भारत के उत्तर से लेकर दक्षिणी हिस्से तक भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। उत्तर भारत के जम्मूकश्मीर, हिमाचल, दिल्ली, यूपी, राजस्थान में पारा रिकॉर्ड तोड़ रहा है। शुक्रवार को दिल्ली में मौसम का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। यहां पारा 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 50 डिग्री के पास पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को सर्वोच्च 'लाल रंग' की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में गर्मी के प्रकोप में कमी आने की कोई संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार लू का प्रकोप दो जून तक तब तक बना रहेगा जब तक कि बंगाल की खाड़ी से बहने वाली पूर्वी हवाएं उत्तर प्रदेश से होती हुई दिल्ली नहीं पहुंच जातीं। श्रीगंगानगर में मई महीने में तापमान 49.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचने से 75 साल का रेकॉर्ड टूट गया, जबकि चुरू में तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस और बीकानेर में तापमान 46.6 दर्ज किया गया।
हिमाचल और जम्मू का सबसे गर्म दिन
मौसम विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भी मौसम का सबसे अधिक गर्म दिन दर्ज किया गया। ऊना में तापमान 44.7 डिग्री सेल्सियस रहा। शिमला के मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया, 'हम तीन महीनों मार्च, अप्रैल और मई को गर्मी का मौसम मानते हैं और 31 मई इस पहाड़ी राज्य में सबसे अधिक गर्म दिन रहा।' वहीं जम्मू में भी मौसम का सबसे अधिक गर्म दिन दर्ज किया गया। यहां पर पारा 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
मानसून देगा राहत
हालांकि भीषण गर्मी और लाल चेतावनी के बीच मौसम विभाग की ओर से अच्छी खबर आई है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून के इस बार उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य से कम रहने की संभावना है। विभाग ने कहा कि आमतौर पर माना जाता है कि अल-निनो मानसून पर अपना असर डालता है, जिसका असर बारिश के मौसम में जारी रहेगा। जुलाई में मानसून सामान्य से कम रहने की संभावना है, जबकि अगस्त में यह सामान्य रहेगा। मानसून के केरल तट के छह जून को पहुंचने की उम्मीद है।
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