नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) को लेकर बढ़ती चिंता के बीच मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को विदेशों से भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है जो कि 1 दिसंबर (बुधवार) से लागू हो जाएगी। मौजूदा दिशा-निर्देशों को SARS-CoV-2 (B.1.1.1.529; Omicron) वैरिएंट के मद्देनजर संशोधित किया गया है। नई गाइडलाइंस के मुताबिक, सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को 14 दिन के यात्रा इतिहास और निगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
जानें नई गाइडलाइंस की बड़ी बातें
- ऑनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर निर्धारित यात्रा से पहले पिछले 14 दिनों के यात्रा विवरण सहित सेल्फ डिक्लरेशन फॉर्म जमा करना होगा (https://www.newdelhiairport.in/airsuvidha/apho-registration)
- यात्री को COVID-19 RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट अपलोड करनी होगी, यह रिपोर्ट यात्रा शुरू करने से पहले 72 घंटे के भीतर की होना अनिवार्य है। 'जोखिम श्रेणी वाले देशों' को छोड़कर अन्य देशों के यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति होगी और उन्हें 14 दिनों के लिए अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी होगी। एक उप-खंड (कुल उड़ान यात्रियों का 5 प्रतिशत) को आगमन पर एयरपोर्ट पर रैंडम तरीके से कोविड 19 परीक्षण से गुजरना होगा। सभी यात्रियों को कोविड रिपोर्ट की प्रामाणिकता के संबंध में भी डिक्लरेशन देनी होगी।
- यात्रियों को यात्रा से पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि वे होम/इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन से गुजरने के लिए सरकारी निर्णय का पालन करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, 12 जोखिम वाले देशों से जो यात्री आएंगे उनकी एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच की जाएगी और वहीं उन्हें रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उन्हें 7 दिन के लिए होम क्वारंटाइन रहना होगा और 8वें दिन पुन: जांच होगी और यदि निगेटिव हो, तो अगले 7 दिनों के लिए स्वयं की निगरानी करनी होगी।
इन 12 देशों को जोखिम वाले देश की श्रेणी में रखा गया है
केंद्र सरकार ने इन 12 देशों को जोखिम वाले देश की श्रेणी में रखा है। इन देशों के यात्रियों को भारत आगमन पर अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा। सरकार ने दक्षिण अफ्रीका के अलावा यूनाइडेट किंगडम सहित यूरोपीय देशों, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरिसस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हॉन्ग-कॉन्ग और इजराइल को जोखिम वाले देशों की श्रेणी में रखा है। इन देशों में पहले ही ओमीक्रॉन के केस सामने आ चुके हैं। इन 12 देशों से आने वाले यात्रियों की भारत में भी कोरोना जांच की जाएगी और क्वारंटाइन भी किया जाएगा।
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