नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि भारत में कोविड-19 के मरीजों के स्वस्थ होने की ऊंची दर होने के बावजूद स्वस्थ हो गये मरीज द्वारा प्लाज्मा दान करने में गति नहीं आयी है। उन्होंने लोगों से इस महामारी का मुकाबला करने के लिए आगे आने का आह्वान किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उन्होंने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में प्लाज्मा दान अभियान का शुभारंभ किया जिसका आयोजन एम्स और दिल्ली पुलिस ने मिलकर किया। इस मौके पर कोविड-19 संक्रमण से मुक्त हो चुके दिल्ली पुलिस के 26 कर्मियों ने प्लाज्मा दान किया।
हर्षवर्धन ने कहा कि यह बहुत निराशाजनक बात है कि दिल्ली पुलिस के एक दर्जन कर्मी कोरोना वायरस के चलते मर गये लेकिन वह इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए अपने कर्मियों को तैनात कर ‘बहुत अच्छा काम’ कर रही है। दिल्ली पुलिस के एक कर्मी-- ओम प्रकाश ने रविवार को तीसरी बार प्लाज्मा दान दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने ऐसे लोगों को प्रमाणपत्र सौंपकर उन्हें सलाम किया।
उन्होंने कहा कि ये स्वयंसेवक दूसरों को प्लाज्मा दान के लिए प्रेरित करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार मंत्री ने कहा, ‘‘ हर दानकर्ता कोविड- 19 पर हमारी जीत के सफर में मायने रखता है और जबतक कोई निश्चित उपचार या टीका विकसित नहीं कर लिया जाता तब तक हमें इस महामारी से लड़ने के लिए अधिक से अधिक प्लाज्मा योद्धाओं की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ फिलहाल , इस स्वास्थ्यकारी प्लाज्मा थेरेपी को करूणामय उपयोग के लिए मंजूरी दी जा चुकी है और चौबीसो घंटे इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न प्लाज्मा बैंक स्थापित किये जा रहे हैं। भारत उन देशों में से एक है, जहां कोविड-19 के मरीजों के स्वस्थ होने की सबसे ऊंची दर है, इसके बावजूद स्वस्थ हो गये मरीज द्वारा प्लाज्मा दान करने में गति नहीं आयी है।’’
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