भारत में कोरोना वायरस के 12 मामलों की पुष्टि, स्वास्थ्य मंत्री ने गिनाए सरकार के कदम
देश में कोरोनावायरस के 12 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में स्वास्थ मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि सरकार की तरफ से किसी तरह की कोताही नहीं की जा रही है।
देश में कोरोनावायरस के 12 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि सरकार की तरफ से किसी तरह की कोताही नहीं की जा रही है। उन्होनें कहा कि भारत में पहले दिन से हमने निगरानी बरती और हम हेल्थ सचिव से लेकर जिले के डीएम तक के संपर्क में हैं। उन्होनें कहा कि इन्कवायरी के लिए हेल्पलाइन बनाई गई है। थोड़ा भी शक हो तो आप हेल्पलाइन नंबर 91-11-23978046 पर कॉल कर मदद ले सकते हैं। अबतक हमारे पास 9 हजार इन्वायरी आई है। उन्होनें कहा कि जहां से कोरोना के केस आ रहे हैं वहां जब तक बहुत जरूरत नहीं हो न जाएं। हर्षवर्धन ने कहा कि हमने कई प्रभावित देशों के ई वीजा को रद्द किया है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार के कदम
भारत सेएक्सपोर्ट होने वाली 26 दवाओं के एक्सपोर्ट और इनके फॉर्मुलेशन पर रोक लगा दी, इनमें पैरासीटामोल जैसी ड्रग भी शामिल है। असल में भारत में दवाओं को बनाने के लिए 70 परसेंट कच्चा माल चीन से आता है, लेकिन पिछले कई दिनों से चीन से आने वाले सामान पर रोक है, इसीलिए भारत ने भी दवाओं को आगे निर्यात नहीं करने का फैसला किया, ताकि प्रॉपर स्टॉक मौजूद रहे।
सरकार ने दूसरा बडा फैसला ये कि या कि इटली, ईरान, साउथ कोरिया और जापानी नागरिकों का वीजा कैंसिल कर दिया। इन देशों के नागरिकों के जारी किए गए ई वीजा पर भी रोक लगा दी। डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन की तरफ से भी एयरलाइंस को गाइडलाइन जारी कर दी गई हैं। DGCA की तरफ से कहा गया है कि जो एयरक्राफ्ट साउथ कोरिया, ईरान और इटली से आ रहे हैं, उन्हें डिइनफेक्शन प्रोसेसे से गुजरना होगा। इसके अलावा इंटरनेशनल फ्लाइट्स में एंट्री करनेवाले ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ को भी अपना चेहरा और हाथ ढंकने के लिए कहा गया है। इनफॉर्मेंशन एंड ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री ने भी सभी प्राइवेट रेडियो और टीवी चैनल्स से अपील की है कि वो लगातार बडे पैमाने पर कोरोना वायरस के खिलाफ अवेयरनेस प्रोग्राम चलाएं। सरकार की ट्रेवल अ़डवाइजरी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। इस बीच विशाखापटनम में 18 मार्च से शुरु होने वाली नेवल एक्सरसाइज़ MILAN को भी पोस्टपोन कर दिया गया है।
दुनिया के 70 देशों में पहुंचा कोरोना, अब तक 3,113 की मौत; 90,900 मामले सामने आए है। देश में कोरोनावायरस के जिन 12 मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से छह मरीज आगरा के हैं, जो दिल्ली के कोरोनावायरस पीड़ित के संपर्क में आए थे। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने कहा, “राज्य में अब तक छह पॉजिटिव केस पाए गए हैं। सभी लोग आगरा के हैं। मरीजों और उनके परिवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा- हम सभी एयरपोर्ट और नेपाल के सीमावर्ती रास्ते पर भी नजर रखे हुए हैं। अफवाहों पर बिलकुल ध्यान न दें।” इस बीच स्वास्थ्य अधिकारी मरीजों और उनके परिवार के संपर्क में लोगों की तलाश कर रही है, ताकि उनकी भी जांच की जा सके।
इससे पहले जयपुर में इटली के 69 वर्षीय एंड्री कार्ली में संक्रमण पाया गया। वह 4 दिन से अस्पताल में भर्ती है। एसएमएस हॉस्पिटल के डॉक्टर सुधीर भंडारी के मुताबिक मरीज को गहन निगरानी में रखा गया है। हॉस्पिटल दिल्ली स्थित इटली दूतावास के संपर्क में भी है, क्योंकि इस व्यक्ति के साथ इटली के 18 लोगों ने यात्रा की थी। दरअसल, सोमवार को ही एंड्री कार्ली के कोरोना से पीड़ित होने की बात सामने आई थी। उसके सैंपल पुणे स्थित लैब में भेजे गए थे। वहां से कोरोनावायरस की पुष्टि के बाद एसएमएस अस्पताल के सभी नर्सिंग कर्मिर्यों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं।
तेलंगाना, दिल्ली और केरल में संक्रमण के मामले
तेलंगाना और दिल्ली में सोमवार को एक-एक केस सामने आया था। दोनों मरीजों का गहन निगरानी में इलाज चल रहा है। इससे पहले तीन मामले में केरल में सामने आए थे। तेलंगाना सरकार ने पीड़ित के साथ जिन 25 यात्रियों ने बस में यात्रा की थी। उनकी भी जांच करवा रही है। इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि कोरोनावायरस की जांच से लेकर उपचार तक के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।
दिल्ली के होटल में खाना खाने पहुंचा संक्रमित
इस बीच, दिल्ली के हयात रीजेंसी होटल के ला पिज्जा रेस्टॉरेंट में 28 फरवरी को खाना खाने गए व्यक्ति में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। होटल प्रबंधन ने कहा है कि संक्रमित व्यक्ति के रेस्टॉरेंट में खाना खाने के दौरान जो भी कर्मचारी मौजूद थे, उनसे 14 दिन तक लोगों से अलग रहने को कहा गया है। रेस्टॉरेंट ने आते और जाते वक्त सभी कर्मचारियों और संपर्क में आने वाले लोगों का हर दिन तापमान जांचने की व्यवस्था भी शुरू कर दी है।
विदेश मंत्रालय ने वीजा को लेकर एडवाइजरी जारी की
कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए विदेश मंत्रालय ने वीजा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत 3 मार्च के पहले इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के नागरिकों को जारी किए गए वीजा और ई-वीजा रद्द कर दिए गए हैं। हालांकि यह नियम उन विदेशी नागरिकों पर ही लागू होगा, जो अभी भारत नहीं पहुंचे हैं। इस बीच, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने कहा कि उसके छावला स्थित केंद्र में रखे गए सभी 112 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। रविवार को हुए परीक्षण में किसी में भी संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए।
कोरोनावायरस को लेकर केजरीवाल ने मोदी से बातचीत की
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोनावायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत की है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए सभी कारगर कदम उठाए जाएंगे, क्योंकि यह बहुत खतरनाक बीमारी है। प्रधानमंत्री ने भी इस पर चिंता जताई है। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया- कोविड-19 को लेकर बनी स्थिति की मैंने विस्तार से समीक्षा की है। बाहर से भारत आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग और तुरंत उपचार के लिए केंद्रीय मंत्री और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।
सबसे ज्यादा 374 नए केस दक्षिण कोरिया में सामने आए
कोरोनावायरस दुनिया में बढ़ता जा रहा है। तीन और देशों में इसके नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही कोरोनावायरस की जद में दुनिया के 70 देश आ गए हैं। 3,113 लोगों की मौत हो चुकी है। 90,900 केस सामने आए हैं। सबसे ज्यादा 80,150 केस चीन में दर्ज हुए हैं। यहां अब तक 2,944 लोगों की जान गई है। दक्षिण कोरिया में 374 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही यहां कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 5186 के पार पहुंच गई है। जबकि 29 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में 100 मामले सामने आए हैं, जबकि 6 लोगों की जान गई है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा- हम अपरिवर्तित क्षेत्र में हैं, पहले ऐसा श्वसन रोग नहीं देखा, जो इतनी तेजी से जगह बदलने में सक्षम हो। ग्लोबल हेल्थ ऑग्रेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेडरॉस ने कहा है कि एक महामारी को जानना और समझना उसे हराने का पहला कदम है। हम #COVID19 के साथ एक अपरिवर्तित क्षेत्र में हैं। हमने पहले कभी ऐसा श्वसन रोग नहीं देखा है, जो इतनी तेजी से जगह बदलने में सक्षम हो, लेकिन इसे रोकने के लिए कारगर उपाय उठाए जा सकते हैं।