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Hindi News भारत राष्ट्रीय किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट और SMS सेवा पर लगी रोक

किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट और SMS सेवा पर लगी रोक

हरियाणा सरकार ने राज्य के 17 जिलों में इंरटनेट और एसएमएस सर्विस को कल शाम पांच बजे तक सस्पेंड कर दिया है।

Haryana on high alert, mobile internet and SMS service suspended in many districts after farmers pro- India TV Hindi Image Source : PTI हरियाणा सरकार ने राज्य के 17 जिलों में इंरटनेट और एसएमएस सर्विस को कल शाम पांच बजे तक सस्पेंड कर दिया है।

नई दिल्ली: हरियाणा सरकार ने राज्य के 17 जिलों में इंरटनेट और एसएमएस सर्विस को कल शाम पांच बजे तक सस्पेंड कर दिया है। सूचना विभाग ने ट्वीट कर कहा, ''तुरंत प्रभाव से अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं को 30 जनवरी, 2021 शाम 5 बजे तक के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।'' बयान में कहा गया है, ''सोनीपत, पलवल व झज्जर में पहले ही इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है।''

बता दें कि हरियाणा के कई हिस्सों से कई किसानों ने केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली की सीमाओं की ओर बढ़ने का फैसला का किया है। इन किसानों का कहना है कि किसान नेताओं के खिलाफ सरकार के कदम से उनका आंदोलन कमजोर नहीं होगा। गाजियाबाद प्रशासन ने आंदोलनकारी किसानों को मध्य रात्रि तक उत्तर प्रदेश गेट खाली करने का बृहस्पतिवार को अल्टीमेटम दिया था जबकि दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं के खिलाफ ‘लुकआउट’ नोटिस जारी किये थे।

हरियाणा से किसान नेताओं ने दावा किया कि जींद, रोहतक, कैथल, हिसार, भिवानी और सोनीपत के कई किसान विरोध स्थलों टीकरी, सिंघू और गाजीपुर जायेंगे। दिल्ली के सीमावर्ती गाजीपुर में उत्तर प्रदेश गेट पर आंदोलन स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बृहस्पतिवार की शाम मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गये थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि नये कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करके सरकार द्वारा किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है। 

एक आंदोलनकारी किसान ने शुक्रवार को रोहतक के एक टोल प्लाजा के निकट कहा, ‘‘हम एक किसान नेता के साथ ऐसा बर्ताव सहन नहीं कर सकते। हम सभी एकजुट हैं और हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती।’’ जींद के कंडेला में किसानों ने बृहस्पतिवार की रात जींद-चंडीगढ़ सड़क को कुछ घंटे के लिए जाम कर दिया था। वे गाजियाबाद प्रशासन द्वारा उत्तर प्रदेश गेट को खाली करने संबंधी किसानों को दिये गये अल्टीमेटम का विरोध कर रहे थे। 

करनाल में स्थानीय किसानों ने बृहस्पतिवार को बस्तारा टोल प्लाजा पर अपना धरना फिर शुरू किया था। हालांकि शुक्रवार को टोल प्लाजा के निकट भारी पुलिस बल तैनात करने की खबरें है और प्रशासन ने विरोध स्थल को फिर से खाली करा लिया है और प्लाजा पर सामान्य कामकाज शुरू हो गया है। इस बीच हरियाणा बीकेयू के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने एक वीडियो संदेश में अपने समर्थकों से दिल्ली की सीमाओं के निकट विरोध स्थलों पर पहुंचने की अपील की। उन्होंने किसानों से 30 जनवरी को हरियाणा के सभी टोल प्लाजा पर धरना देने की भी अपील की।

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