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Hindi News भारत राष्ट्रीय राम रहीम पर फैसले के पहले छावनी में तब्दील पंचकूला, अफसरों की छुट्टियां रद्द, पंजाब भी अलर्ट पर

राम रहीम पर फैसले के पहले छावनी में तब्दील पंचकूला, अफसरों की छुट्टियां रद्द, पंजाब भी अलर्ट पर

हरियाणा के सभी आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पंचकूला में बाबा के भक्तों के जमावड़े के लिए डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि फैसले से पहले पुलिस ने जिस तरह की तैयारी दिखाई उससे सम

Ram-Rahim- India TV Hindi Image Source : PTI Ram-Rahim

नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ साध्वी के यौन शोषण के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत शुक्रवार यानी 25 अगस्त को फैसला सुनाएगी लेकिन इस फैसले से पहले पंजाब और हरियाणा से बाबा राम रहीम के लाखों समर्थक पंचकूला में जमा गए हैं। पंचकूला पहुंचते ही बाबा के भक्तों ने अपने तेवर साफ कर दिए हैं कि अगर फैसला बाबा राम रहीम के खिलाफ आया तो वो अपनी जान भी दे देंगे। इसे देखते हुए पंजाब और हरियाणा की सरकार भी अलर्ट है। पूरे पंचकूला शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और शहर में धारा 144 लगा दी गई है। शुक्रवार तक स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और किसी भी हालात से निपटने के लिए पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बलों के जवान भी तैनात कर दिए गए हैं। ये भी पढ़ें: दुनिया दहलाने वाली भविष्यवाणी, पाकिस्तान-चीन मिलकर करेंगे भारत पर हमला

हरियाणा के सभी आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पंचकूला में बाबा के भक्तों के जमावड़े के लिए डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि फैसले से पहले पुलिस ने जिस तरह की तैयारी दिखाई उससे समर्थकों में शक पैदा हुआ और वे पंचकूला में जमा होने लगे। बता दें कि करीब पंद्रह साल पहले डेरा की एक साध्वी ने पीएमओ को चिट्ठी लिख कर बाबा राम रहीम पर गंभीर आरोप लगाया था।

बाबा पर आने वाले इस फैसले को लेकर सिर्फ पंचकूला ही नहीं बल्कि पंजाब और हरियाणा के दूसरे शहरों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बठिंडा में पुलिस के साथ-साथ रैपिड एक्शन फोर्स ने फ्लैग मार्च किया जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हुई। करनाल में भी फ्लैग मार्च किया गया। सिरसा और लुधियाना में भी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। वहीं एडीजी ने पुलिस को चिट्ठी लिखकर कहा कि डेरा समर्थकों ने पत्थर, रॉड और हथियार जुटाए हैं। किसी भी अनहोनी की आशंका है।

वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि यदि जरुरत पड़ी तो चंडीगढ़ क्रिकेट स्टेडियम को अस्थाई जेल के रूप में तब्दील कर दिया जाएगा। सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक डेरा प्रमुख खुद ही कोर्ट में पेश होंगे। पुलिस को यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है। डेरा के नाम पर जो भी लाइसेंसी हथियार हैं उन्हें पुलिस थानों में जमा कराया जा रहा है। सरकार अपनी तरफ से कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाह रही है। सूत्र बताते हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो कुछ इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है।

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