जम्मू-कश्मीर में जीएसटी, PM मोदी की तस्वीरों वाली पतंगों की मांग
जरा सोचिये कि रंग बिरंगी चौकोर पतंगे हवा में उड़ान भरते हुए एक कर प्रणाली का संदेश दें तो कैसा लगेगा। जी हां, जम्मू-कश्मीर में जीएसटी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाली पतंगों की मांग इस त्यौहारी मौसम में खूब हो रही है।
जम्मू: जरा सोचिये कि रंग बिरंगी चौकोर पतंगे हवा में उड़ान भरते हुए एक कर प्रणाली का संदेश दें तो कैसा लगेगा। जी हां, जम्मू-कश्मीर में जीएसटी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाली पतंगों की मांग इस त्यौहारी मौसम में खूब हो रही है। बॉलीवुड के कलाकारों और बच्चों के पसंदीदा कार्टून किरदारों वाली पतंगों के सामने जीएसटी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों वाली पतंगों की मांग खासी चुनौती पेश कर रही है।
देश के उत्तरी हिस्से में कई शहरों में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पतंग उड़ाने का चलन है। जम्मू क्षेत्र में भी रक्षा बंधन और जन्माष्टमी पर लोग पतंग उड़ाते हैं। दोनों ही त्यौहार करीब हैं और बाजार में उनकी धूम साफ नजर आ रही है। पुराने शहर के पक्का दुंगा इलाके के दुकानदार राकेश छिब्बर ने बताया, मैं कई दशकों से पतंगों का कारोबार कर रहा हूं लेकिन प्रधानमंत्री, बॉलीवुड के कलाकारों और बच्चों के पसंदीदा कार्टून किरदारों की तस्वीरों वाली पतंगों के आने से इनकी बिक्री कई गुना बढ़ गई है।
छिब्बर ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में मोदी की तस्वीर और उनके लोकप्रिय नारों सबका साथ सबका विकास , स्वच्छ भारत तथा मेक इन इंडिया वाली पतंगों का खास आकर्षण है। पतंग बनाने का सामान दिल्ली से खरीद कर छिब्बर खुद पतंग बनाते हैं और फिर उन्हें बिक्री के लिए रखते हैं। उन्होंने बताया कि बाजार में उपलब्ध पतंगों की कीमत एक रुपये से लेकर 250 रुपये तक है।
उन्होंने कहा जीएसटी व्यवस्था का हमारे कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ा। बीते बरसों की तरह हमारा धंधा अच्छा चल रहा है। छिब्बर ने कहा कि उन्होंने पतंग बनाने के लिए कच्चा माल जीएसटी लागू होने से पहले खरीदा था लेकिन नयी व्यवस्था के शुरू होने के बाद चीजें कैसे बदलेंगी, यह अभी देखना बाकी है। बाजार रंग बिरंगी पतंगों से भरा पड़ा है। बच्चे तरह तरह की पतंगें खरीद रहे हैं। तालाब तिल्लू इलाके में दुकान पर आए बच्चों के एक समूह ने कहा कल हमारा दिन है जब हम पूरे दिन पतंग उड़ाएंगे।
उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन के मौके पर पतंग उड़ाना शहर की परंपरा है और हम बचपन से ही ऐसा करते आ रहे हैं। छिब्बर ने कहा कि वह हर सीजन में 8000 से 10000 पतंगें बेचते हैं लेकिन लोगों का मूड और भीड़ देख कर लगता है कि इस साल बम्पर बिक्री होगी। कॉस्मेटिक एवं उपहारों की दुकान चलाने वाले अमित शर्मा ने कुछ समय तक पतंग बेचने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा रक्षा बंधन पर पतंग बहुत बिकती हैं। इससे हमें अतिरिक्त आमदनी हो जाएगी। शर्मा ने बताया कि बच्चों में छोटा भीम, डोरेमॉन, टॉम एंड जेरी जैसे कार्टून किरदारों और बार्बी वाली पतंगें लोकप्रिय हैं।