एक राष्ट्र एक टैक्स GST लागू, PM मोदी ने सबके प्रयासों का परिणाम बताया
एक देश एक टैक्स के मंत्र के साथ देश में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी GST लागू हो गया। संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान आधी रात को घंटा बजाकर जीएसटी लॉन्च किया गया।
नई दिल्ली: एक देश एक टैक्स के मंत्र के साथ देश में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी GST लागू हो गया। संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान आधी रात को घंटा बजाकर जीएसटी लॉन्च किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐप का बटन दबाकर GST लॉन्च किया। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा इस ऐतिहासिक मौके पर उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एच डी देवगौड़ा भी मौजूद रहे। 80 मिनट के इस कार्यक्रम में देशभर से मशहूर हस्तियां शामिल हुईं। इसके लिए देश की 100 शख्सियत को न्योता दिया गया जिनमें अमिताभ, लता मंगेशकर सहित अन्य फिल्मी सितारों से लेकर बड़े बिजनेसमैन तक शामिल हैं।
2002 में शुरू हुई लंबी यात्रा का परिणाम: राष्ट्रपति
इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण दिसंबर, 2002 में शुरू हुई लंबी यात्रा का परिणाम है। उन्होंने जीएसटी को देश भर के तमाम राज्यों की सरकारों के बीच सहमति और देश हित के लिए सबके साथ आने का प्रतीक करार दिया। ये भी पढ़ें: GST का असर: देख पाएंगे 40 रुपए में मूवी तो क्रिकेट प्रेमियों की टूटेगी कमर, जानें A to Z...
GST किसी एक की उपलब्धि नहीं, यह सबके प्रयासों का परिणाम है: पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि GST किसी एक सरकार की उपलब्धि नहीं है, बल्कि हम सबके प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने इस एक टैक्स रिफॉर्म नहीं बल्कि आर्थिक रिफॉर्म का अंग भी बताया। पीएम ने कहा कि GST के लागू होने से कालेधन और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में काफी मदद मिलेगी और यह व्यवस्था गरीबों के लिए बेहद लाभकारी भी होगी। पीएम ने कहा कि यह हम सबके सामूहिक प्रयासों की सफलता है कि आज देश इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बन रहा है।
जीएसटी काउंसिल में एकबार भी वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ी: जेटली
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हम एक महान देश की यात्रा के अहम पड़ाव पर यहां इकट्ठा हुए हैं। राष्ट्रपति जी इस यात्रा के गवाह रहे हैं। एनडीए सरकार में केलकर कमेटी ने एक ऐतिहासिक रिपोर्ट दी थी। जीएसटी काउंसिल में हर फैसला सर्वसम्मति से हुआ। यहां एकबार भी वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ी।
दो शॉर्ट फिल्में भी दिखाई गईं
इस कार्यक्रम में जीएसटी लॉन्च होने के बाद दो शॉर्ट फिल्में भी दिखाई गईं। देश के इतिहास में इससे पहले केवल तीन ही ऐसे ऐतिहासिक मौके आये हैं जब आधी रात को संसद का विशेष कार्यक्रम रखा गया। पहली बार 1947 में आजादी के वक्त फिर आज़ादी की पच्चीसवीं सालगिरह यानी 1972 में और तीसरी बार आज़ादी की पचासवीं सालगिरह यानी 1997 में।इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का विपक्षी दलों ने विरोध किया। कांग्रेस और लेफ्ट ने इसका बहिष्कार किया।
लाइव अपडेट
- GST देश हित के लिए सबके साथ आने का प्रतीक
- 14 साल की यात्रा एक नए मकाम तक पहुंची
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भाषण शुरू
- जीएसटी एक टैक्स रिफॉर्म ही नहीं आर्थिक रिफॉर्म का भी अंग है
- GST से कालेधन और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में मदद मिलेगी
- गरीबों के लिए यह व्यवस्था बेहद लाभकारी होगी
- GST पर पार्लियामेंट में पहले के सांसदों ने और मौजूदा सांसदों ने लगातार चर्चा की है
- यह उसी का परिणाम है कि आज हम इसे साकार रूप में देख पा रहे हैं
- संविधान सभा की पहली सभा का यह सभागृह साक्षी है।
- इसमें नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल, डॉ. भीमराव ऑम्बेडकर पहली कतार में बैठे थे
- GST किसी एक सरकार की उपलब्धि नहीं है, बल्कि हम सबके प्रयासों का परिणाम है
- जीएसटी काउंसिल की 18 मीटिंग हुई, गीता के भी 18 अध्याय हैं
- जीएसटी कॉपरेटिव फेडरलिज्म की मिसाल है
- यह टीम इंडिया की शक्ति का परिचायक है
- सवा सौ करोड़ देशवासी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी
- जीएसटी एक लंबी विचार प्रक्रिया का परिणाम है
- पीएम मोदी का भाषण शुरू
- जीएसटी काउंसिल में एकबार भी वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ी
- जीएसटी काउंसिल में हर फैसला सर्वसम्मति से हुआ
- एनडीए सरकार में केलकर कमेटी ने एक ऐतिहासिक रिपोर्ट दी थी
- राष्ट्रपति जी आप GST की इस यात्रा के गवाह रहे हैं
- GST देश के लिए अहम, एक राष्ट्र एक टैक्स का उद्देश्य
- हम एक महान देश की यात्रा के अहम पड़ाव पर यहां इकट्ठा हुए हैं।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली का संबोधन शुरू
- उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी संसद भवन पहुंचे
- थोड़ी देर में राष्ट्रपति संसद भवन पहुंचेंगे
- केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने पीएम मोदी का स्वागत किया
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला संसद भवन पहुंचा