A
Hindi News भारत राष्ट्रीय ...तो जम्मू-कश्मीर से इन दस हजार मुसलमानों को निकाल दिया जाएगा बाहर

...तो जम्मू-कश्मीर से इन दस हजार मुसलमानों को निकाल दिया जाएगा बाहर

सरकार जम्मू-कश्मीर में रह रहे करीब 10,000 मुसलमानों की पहचान करने तथा उन्हें उनके देश वापस भेजने के तरीकें तलाश रही है।

rohingya

सबसे प्रताड़ित लोग

म्यांमार के बहुसंख्यक बौद्ध लोगों और सुरक्षा बलों पर अक्सर रोहिंग्या मुसलमानों को प्रताड़ित करने के आरोप लगते हैं। इन लोगों के पास कोई अधिकार नहीं हैं। संयुक्त राष्ट्र उन्हें दुनिया का सबसे प्रताड़ित जातीय समूह मानता है।

आने जाने पर भी रोक

ये लोग न तो अपनी मर्जी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते हैं और न ही अपनी मर्जी काम कर सकते हैं। जिस जगह वे रहते हैं, उसे कभी खाली करने को कह दिया जाता है। म्यांमार में इन लोगों की कहीं सुनवाई नहीं है।

बंगाली

ये लोग दशकों से रखाइन प्रांत में रह रहे हैं, लेकिन वहां के बौद्ध लोग इन्हें "बंगाली" कह कर दुत्कारते हैं। ये लोग जो बोली बोलते हैं, वैसी दक्षिणपूर्व बांग्लादेश के चटगांव में बोली जाती है। रोहिंग्या लोग सुन्नी मुसलमान हैं।

कानूनी अड़चन

म्यांमार में रोहिंग्या लोगों को एक जातीय समूह के तौर पर मान्यता नहीं है। इसकी एक वजह 1982 का वो कानून भी है जिसके अनुसार नागरिकता पाने के लिए किसी भी जातीय समूह को यह साबित करना है कि वो 1823 के पहले से म्यांमार में रह रहा है।

ये भी पढ़ें

बड़ा खुलासा: केजरीवाल ने निजी केस के लिए सरकारी खजाने से मांगे 3.86 करोड़
मेरे केसरिया कपड़ों के कारण मेरे बारे में भ्रांतियां फैलाई गई: योगी आदित्यनाथ
जोधाबाई का चौंकाने वाला सच आया सामने, गोवा के लेखक ने किया बड़ा खुलासा!

Latest India News