नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले पर सरकार की तरफ से सफाई देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह स्पष्ट है कि नीरव मोदी ने बैंकिंग के स्थापित मानदंडों को पार किया है, इसकी पूरी विस्तार से जांच की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार का रुख बेहद स्पष्ट है कि इस मामले में कोई भी संलग्न पाया जाएगा चाहे उसका पद और कद जैसा भी हो, सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि घोटाले की जानकारी सामने आते ही 29 जनवरी को घोटाले को लेकर केस रजिस्टर कराया गया। ईडी ने 9 प्रॉपर्टी पर रेड किया। 3 सूरत,4 मुबई और 2 दिल्ली में। 1300 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इतनी त्वरित गति से कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि यह साफ है कि नीरव मोदी ने बैंकिंग के स्थापित मानदंडों को पार किया है। इसकी पूरी विस्तार से जांच की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का रुख बेहद स्पष्ट.. कोई भी संलग्न पाया जाएगा चाहे उसका पद और कद जैसा भी हो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने बेबुनियाद आरोप लगाए। ये छोटा मोदी कौन सा शब्द है। रविशंकर प्रसाद ने सवालिया लहजे में कहा क्या हार के गुस्से में राजनीतिक शालीनता की सारी हदें लांघ देंगे। उन्होंने कहा कि दावोस में नीरव और पीएम मोदी की मुलाकत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस फोटो की राजनीति बंद करे। कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं के फोटो हमारे पास हैं। हम उस स्तर पर नहीं उतर सकते। शहजाद पूनावाल ने यह ट्वीट किया कि दिल्ली के इम्पीरियल होटल में नीरव मोदी के कार्यक्रम में राहुल गांधी गए थे.. इसपर क्या कहना है कांग्रेस का? राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पीएम ने कहा था कि एनपीए की विरासत कांग्रेस सरकार की देन है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 8 अक्टूबर 2011 को माल्या ने तत्कालीन पीँएम मनमोहन सिंह को ध्न्यवाद का पत्र लिखा और उस समय के स्रेक्रेटरी टीके नायर को धन्यवाद दिया था। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस घोटाले की शुरुआत 2011 में हुई थी। संबंधित बैंक और उसके अधिकारियों का नाम आया है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि 2011-2013 में इनकी आमदनी दोगुनी कैसे हुई.. यह बेहद गंभीर सवाल है।
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