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Hindi News भारत राष्ट्रीय दिल्‍ली में अगले साल से शुरू होगा प्रधानमंत्री संग्रहालय, नेहरू से लेकर मोदी से जुड़ी चीज़ें होंगी यहां

दिल्‍ली में अगले साल से शुरू होगा प्रधानमंत्री संग्रहालय, नेहरू से लेकर मोदी से जुड़ी चीज़ें होंगी यहां

दिल्‍ली में नेशनल म्‍यूजियम, डॉल म्‍यूजियम, साइंस म्‍यूजियम, रेल म्‍यूजियम के बाद अब प्रधानमंत्री संग्रहालय जल्‍द शुरू होने वाला है।

<p>PM Meseum (<span style="color: #7f7f7f; font-family:...- India TV Hindi PM Meseum (Representational Image)

दिल्‍ली में नेशनल म्‍यूजियम, डॉल म्‍यूजियम, साइंस म्‍यूजियम, रेल म्‍यूजियम के बाद अब प्रधानमंत्री संग्रहालय जल्‍द शुरू होने वाला है। यह म्‍यूजियम नई दिल्‍ली के तीन मूर्ति एस्‍टेट में स्‍थापित किया जाएगा। केंद्रीय संस्‍कृति मंत्री डॉ.महेशा शर्मा और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी ने इस खास म्‍यूजियम का शिलान्‍यास किया। यह म्‍यूजियम 2019 तक बन कर तैयार हो जाएगा। इस म्‍यूजियम में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़ी चीजों के संग्रह का प्रदर्शन किया जाएगज्ञ।

इस मौके पर डॉ. महेश शर्मा ने कहा “तीन मूर्ति एस्टेट” का कुल क्षेत्रफल 25.50 एकड़ है जिसमें से नेहरू स्मारक संग्रहालय इमारत 4286 वर्ग मीटर और लाइब्रेरी बिल्डिंग 4552 वर्गमीटर पर बनी हुई है जो कुल मिलाकर करीब 2 एकड़ है। तीन मूर्ति एस्टेट के शेष 23 एकड़ क्षेत्र में “भारत के प्रधानमंत्रियों पर एक संग्रहालय” स्थापित करने का फैसला किया गया जो आवास और शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत है। संग्रहालय इमारत परिसर का निर्मित क्षेत्र 10975.36 वर्ग मीटर होगा जिसमें 271 करोड़ रुपये की लागत से सभी स्तरों पर गैलरियों के साथ बेसमेंट, भूतल और प्रथम तल होगा।

पुरी ने बताया कि प्रस्तावित संग्रहालय भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित होगा और इससे आगुन्तकों को आजादी के बाद देश को आकार प्रदान करने वाले नेतृत्व, उनकी पहलों और उऩके त्याग के क्रम को समझने में मदद मिलेगी। प्रस्तावित संग्रहालय भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री से जुड़े संग्रह, उनके जीवन, कार्य और राष्ट्र निर्माण की दिशा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के जरिए आधुनिक भारत का वर्णन करेगा। यह भारत के लोकतांत्रिक अनुभव का जीवंत वर्णन करेगा। यह प्रधानमंत्री और उनके कार्यालय की भूमिका के बारे में जिज्ञासा और अनुसंधान को प्रोत्साहन देगा। प्रस्तावित संग्रहालय में एक अनुस्थापन स्थल, स्मृति चिन्ह दुकान, वार्ता / भाषण और विचार-विमर्श आयोजित करने के लिए स्थान, सेमीनार हॉल, ऑडिटोरियम, कार्यशाला क्षेत्र, पुस्तकालय, दस्तावेज रखने के लिए कक्ष, प्रयोगशाला और अभिलेखागार क्षेत्र होगा।

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