नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री व भाजपा की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की जयंती के अवसर पर विदेश मंत्रालय ने प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर सुषमा स्वराज भवन और विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस करने का फैसला किया है। बता दें कि विदेश मंत्री रहते हुए उनके योगदान को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने यह फैसला किया है।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, ''पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अतुलनीय योगदान के लिए प्रवासी भारतीय केंद्र, दिल्ली का नाम सुषमा स्वराज भवन और विदेश सेवा संस्थान, दिल्ली का नाम सुषमा स्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस रखने का फैसला किया गया है।'' मंत्रालय ने कहा, ''पूर्व विदेश मंत्री के दशकों तक पब्लिक सर्विस और उनकी विरासत को सम्मान देते हुए 14 फरवरी को उनकी पहली जयंती के अवसर पर यह घोषणा की जा रही है।''
विदेश मंत्री के तौर पर सुषमा स्वराज विदेशों में भी काफी लोकप्रिय थीं। उनके कार्यकाल के दौरान जिसने भी मदद मांगी, उसे उनकी मदद जरूर मिलती थी। सुषमा स्वराज का छह अगस्त 2019 को 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। रात को घर पर उन्हें दिल का दौरा पड़ा फिर उन्हें दिल्ली के ही एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने इस दुनिया का अलविदा कहा।
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