नई दिल्ली: कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। ऐसा ही कर दिखाया है चंडीगढ़ के रहने वाले 16 साल के छात्र हर्षित शर्मा ने। हर्षित को इंटरनेट जायंट गूगल ने आयकन डिजाइनिंग के लिए सलेक्ट कर लिया है। हर्षित ने सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (GMSSS) से 12वीं पास की है और अगस्त में वो अब अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे। गूगल की ओर से ट्रेनिंग पर अमेरिका के कैलिफॉर्निया जाने से पहले हर्षित ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई है। हर्षित दो भाईयों में बड़ा है। छोटा भाई राहुल 10वीं क्लास में उसी सरकारी स्कूल में पढ़ता है जहां से हर्षित ने 10वीं की परीक्षा पास की थी। हर्षित का कहना है कि गूगल में काम करके वह देश का नाम रोशन करना चाहता है। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
गूगल को हर्षित के बनाए ग्राफिक्स इतने पसंद आए कि उसे चुन लिया गया। चंडीगढ़ में 12वीं कक्षा के छात्र हर्षित को गूगल ने 1.5 करोड़ रुपये यानी पहले हर महीने चार लाख रुपये और बाद में हर महीने 12 लाख रुपये सैलरी देना तय किया है। वह रोजाना गांव मथाना से ही चंडीगढ़ जाता रहा है।
हर्षित ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे गूगल द्वारा चुना जाएगा। मैंने अपने चाचा रोहित शर्मा से ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखना शुरु किया था। धीरे-धीरे यह मेरा जुनून बन गया और फिर मैं गूगल में नौकरी पाने का सपना देखने लगा। आज मुझे जो भी कुछ मिला है वो केवल मेरे चाचा की वजह से मिला है क्योंकि मैंने कभी भी ग्राफिक डिज़ाइनिंग सीखने के लिए किसी इंस्टीट्यूट में दाखिला नहीं लिया। वहीं हर्षित के गूगल में जाने से खुश उसके स्कूल के प्रिंसीपल इंद्र बेनीवाल ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं और मुझे हर्षित पर काफी गर्व है।
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