नोएडा: वायु प्रदूषण के चलते देश के तमाम महानगरों में हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं। हाल ही में आई ग्रीनपीस की स्टडी में भी यह बात सामने आई थी कि देश के बड़े शहरों की जहरीली हवा हर साल हजारों जिंदगियों को निगल रही है। गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी हालात कुछ अच्छे नहीं हैं, और यहां लगातार छठे दिन औसत वायु गुणवत्ता (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है। एक सरकारी एजेंसी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुतबिक, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी हवा जहरीली ही रही और इन शहरों में इसकी क्वॉलिटी ‘खराब’ थी।
क्या होता है AQI?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा दर्ज किए गए वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अनुसार प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 भी दिल्ली से लगे इन 5 स्थानों की हवा में बने रहे। सूचकांक के अनुसार, शून्य और 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 और 100 को 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 को 'बहुत खराब' और 401 और 500 को 'गंभीर' माना जाता है। CPCB के समीर ऐप के अनुसार, शनिवार शाम 4 बजे 24 घंटे की एक्यूआई गाजियाबाद में 336, ग्रेटर नोएडा में 324, नोएडा में 269, फरीदाबाद में 248 और गुरुग्राम में 258 था।
कितनी जहरीली है हवा?
CPCB के मुताबिक, ‘बहुत खराब’ श्रेणी के AQI में लंबे समय तक रहने से लोगों के श्वसन संबंधी बीमारी का कारण बन सकता है, जबकि ‘खराब’ एक्यूआई में लंबे समय तक रहने से ज्यादातर लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। CPCB के अनुसार, शुक्रवार को गाजियाबाद में AQI 352, नोएडा में 324, ग्रेटर नोएडा में 304, फरीदाबाद में 288 और गुरुग्राम में 338 था। प्रत्येक शहर के लिए AQI वहां के सभी निगरानी स्टेशनों के औसत पर आधारित है। ऐप के मुताबिक, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में ऐसे चार स्टेशन हैं जबकि ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में 2-2 स्टेशन हैं।
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