विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार तड़के एक केमिकल प्लांट से हुए गैस रिसाव के चलते 7 लोगों की मौत हो गई एवं सैकड़ों अन्य बीमार पड़ गए। प्लांट से निकली स्टाइरीन नाम की यह गैस इतनी खतरनाक है कि इसके संपर्क में आते ही आसपास मौजूद पेड़ों के पत्ते भी झुलस गए। इस इलाके में कई पेड़ तो ऐसे दिखाई दिए जिनके पत्ते पूरी तरह झुलस गए हैं। बताया जा रहा है कि यह गैस सिर्फ पौधों एवं इंसानों को ही नहीं बल्कि जानवरों को भी काफी नुकसान पहुंचाती है।
अस्पताल में भर्ती कुछ लोगों की हालत गंभीर
अधिकारियों ने बताया कि यह संयंत्र गोपालपट्नम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की। जिला कलेक्टर वी विनय चंद ने बताया कि गैस रिसाव की वजह से कुछ की हालत गंभीर है। उन्होंने सुबह बताया था कि तकरीबन 70 लोगों को इलाज के लिए किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
गैस रिसाव पर काबू, असर शाम तक
रिपोर्टों में बताया गया है कि गैस रिसाव को काबू कर लिया गया है, लेकिन इसका असर शाम तक कायम रहेगा। इस गैस रिसाव ने आज से तीन दशक से भी ज्यादा पहले हुए भोपाल गैस कांड की याद दिला दी, हालांकि उस घटना में तबाही काफी ज्यादा हुई थी। घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपात बैठक बुलाई थी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने भी घटना के बारे में जानकारी ली है और जिला कलेक्टर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को उचित इलाज मिले।
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