Gandhi Jayanti: तस्वीरों में देखिए देशवासियों ने 'बापू' को कैसे किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 152वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका जीवन व आदर्श देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
नई दिल्ली. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 182वीं जयंती पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविड, उप राष्ट्रपति वैंकया नायडु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित तमाम दिग्गजों ने उन्हें राजधानी दिल्ली स्थित उनकी समाधि राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 152वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका जीवन व आदर्श देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। पूज्य बापू का जीवन और आदर्श देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता रहेगा।’’
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट जाकर उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि महात्मा गांधी ने अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजादी दिलाने के लिए सत्य और अहिंसा के मूल्यों पर आधारित संघर्ष का नेतृत्व किया।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं ने बापू और शास्त्री की समाधि स्थलों पर पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
राहुल गांधी ने किसानों के आंदोलन का हवाला देते हुए महात्मा गांधी एक कथन का उल्लेख किया। उन्होंने ट्वीट किया, "विजय के लिए केवल एक सत्याग्रही ही काफ़ी है। महात्मा गांधी को विनम्र श्रद्धांजलि।"
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से महात्मा गांधी के शांति के संदेशों को याद रखने की अपील करने के साथ ही कहा कि दुनिया भर के लड़ाकों को अपने हथियार डाल देने चाहिए और मानवता के दुश्मन कोविड-19 महामारी को हराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए न कि एक दूसरे को हराने पर। गुतारेस ने दो अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर अपने संदेश में कहा, “यह संयोग नहीं है कि हम महात्मा गांधी के जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाते हैं। गांधी के लिए, अहिंसा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन, गरिमा और समानता महज शब्द नहीं थे बल्कि मानवता के मार्गदर्शक थे, बेहतर भविष्य का खाका थे।”
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, "दुनिया भर में संघर्ष और जलवायु परिवर्तन। गरीबी और असमानता। अविश्वास और विभाजन। ये सबकुछ कोविड-19 महामारी की छाया में हो रहा है, जो लोगों और अर्थव्यवस्थाओं को समान रूप से तबाह कर रही है।”
महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में दो अक्टूबर 1869 में हुआ था। अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजाद कराने की लड़ाई का उन्होंने नेतृत्व किया। अहिंसक विरोध का उनका सिखाया हुआ सबक आज भी पूरी दुनिया में सम्मान के साथ याद किया जाता है।