नई दिल्ली: गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीन की पीएलए की बीच हुए हिंसक संघर्ष की घटना के बाद लद्दाख के ताजा हालात को लेकर पीएम के घर देर शाम हाईलेवल मीटिंग हुई। इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल भी मौजूद रहे। मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री को लद्दाख में ताजा हालात और सैन्य तैयारियों से अवगत कराया गया।
इससे पहले बुधवार दोपहर भारत-चीन विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने हर युग में संसार में शांति और पूरी मानवता के कल्याण की कामना की, हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ मित्रता के साथ काम किया है। हमने हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की, जहां कहीं मतभेद रहे, हमने हमेशा ये प्रयास किया है कि मतभेद विवाद न बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम कभी किसी को उकसाते नहीं है, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते। उन्होंने कहा कि जब भी समय आया है हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। अपनी क्षमताओं को साबित किया है।
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