नई दिल्ली: जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने आज 28वें थल सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला। इससे पहले जनरल नरवाने थलसेना के उप प्रमुख थे। उनकी नियुक्ति को उच्चतम स्तर से मंजूरी मिल गई थी। सरकार ने नियुक्ति में वरिष्ठता के सिद्धांत का पालन किया है। वहीं, बता दें कि यह एक सुखद संयोग है कि 1 जनवरी 2020 से जो तीन भारतीय सैन्य प्रमुख होंगे वे तीनों राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में बैचमेट रहे हैं। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने एनडीए में बैचमेट रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषक नितिन ए गोखले ने ट्वीट कर कहा, तीन प्रमुख, तीन NDA बैचमेट! सुखद संयोग है कि 1 जनवरी 2020 से तीन भारतीय सैन्य प्रमुख राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के बैचमेट होंगे।
बता दें कि थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत इस पद पर तीन साल रहने के बाद आज सेवानिवृत्त हुए। उन्हें देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया गया है। सितंबर में थलसेना उप प्रमुख बनने से पहले नरवाने सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे जो चीन से लगती भारत की लगभग चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा की रखवाली करती है। नरवाने को जून 1980 में सातवीं बटालियन, सिख लाइट इन्फैंट्री रेजीमेंट में कमीशन मिला था।
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