श्रीनगर: कश्मीर के मशहूर स्की रिजॉर्ट गुलमर्ग और घाटी के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में बीती रात ताजा बर्फबारी हुई और बादल छाने के कारण कई जगह तापमान में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई। कश्मीर में ऊंचाई पर स्थित कई इलाकों में बर्फबारी होने की भी खबर है। प्रशासन ने कल घाटी के सात जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी। हिमस्खलन के खतरे वाले जिलों अनंतनाग, कुलगाम, बडगाम, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा और गंदरबल में कल शाम पांच बजे से 24 घंटे तक के लिए यह चेतावनी जारी की गई। मौसम विज्ञान विभाग ने 22 जनवरी तक कश्मीर में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है।
इस बीच, घाटी में अधिकतर इलाकों और लद्दाख क्षेत्र में बीती रात बादलों के कारण न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तामपान शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में न्यूनतम तामपान 0.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकारी ने कहा कि निकटवर्ती कोकरनाग में न्यूनतम तामपान 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
काजीगुंड और कोकरनाग में पिछले 20 दिनों में पहली बार तापमान शून्य से ऊपर रहा। अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। मशहूर स्वास्थ्य रिजॉर्ट पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। लद्दाख क्षेत्र के लेह में ठंड से लोगों को काफी राहत मिली और न्यूनतम तापमान शून्य से 6.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
करगिल राज्य का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 19.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कश्मीर में 40 दिन का ‘चिल्लई कलां’ चल रहा है जिसमें भीषण सर्दी पड़ती है। इस दौरान बर्फबारी की संभावना बढ़ने के साथ ही तापमान में भी काफी गिरावट आती है। यह दौर 31 जनवरी को खत्म होता है। इसके बाद 20 दिन का ‘चिल्लई खुर्द’ और उसके बाद 10 दिन का ‘चिल्लई बच्चा’ शुरू होगा।
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