नई दिल्ली: अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 15 देशों के राजनयिक के काफिले के सामने आज दो कश्मीरी पंडितों ने जगती माइग्रेट टाउनशिप के रास्ते में प्रतिनिधिमंडल के काफिले के आगे 'फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिजम' ('इस्लामिक आतंकवाद से कश्मीर को मुक्त करों') के पोस्टर दिखाए। यह प्रतिनिधिमंडल भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 15 देशों के राजनयिकों के साथ जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद मौजूदा स्थिति का मुआयना करने गुरुवार को श्रीनगर पहुंचा था। यह राजनयिक कश्मीर मुद्दें पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार को गलत साबित करने की सरकार की कूटनीति का यह हिस्सा हैं। वे उपराज्यपाल जी.सी. मुर्मू और नागरिक समूह के सदस्यों के साथ मुलाकात भी करेंगे।
राजनयिकों के इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका के अलावा बांग्लादेश, वियतनाम, नोर्वे,मालद्वीप, दक्षिण कोरिया, मोरक्को और नाइजीरिया के राजनयिक भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि ब्राजील के राजनयिक आंद्रे ए कोरिये डो लागो को भी जम्मू-कश्मीर आना था लेकिन पूर्वव्यस्तता के कारण उन्होंने मना कर दिया। यूरोपीय संघ के देशों ने भारत को अवगत करा दिया है कि वे जम्मू कश्मीर का दौरा किसी और दिन करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि यूरोपीय संघ के देशों के प्रतिनिधियों ने फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करने की इच्छा जताई है।
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