नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले में पिछले दो दिन में कथित तौर पर कर्ज से दबे 4 किसानों की खुदकुशी का मामला सामने आया है, जिसमें एक किसान ने तो खुद ही अपनी चिता तैयार की थी। उप-संभागीय अधिकारी अजय मोरे ने बताया कि मालेगांव तालुका के वडनेर-खकुर्दी गांव के रहने वाले 77 वर्षीय सुपादु भीका पवार ने कल अपने घर में खुद ही अपनी चिता तैयार की, उस पर बैठ गए और मुखाग्नि देने की प्रक्रिया भी की।
मोरे ने बताया कि जब कुछ स्थानीय लोगों ने गौर किया कि पवार के घर से धुआं उठ रहा है तो वे वहां पहुंचे और उन्हें मालेगांव के सिविल अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पवार के परिजन ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर खेती के लिए कर्ज लिया था और उन्हें कर्ज चुकाने में काफी मुश्किलें आ रही थीं। इस घटना के सिलसिले में वडनेर-खकुर्दी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
चंदवड तालुका के शिवूर गांव के 65 वर्षीय किसान कचरू पुंजा अहीर नाम के एक और किसान कर्ज के बोझ से दबे हुए थे और उन्होंने मंगलवार की रात को जहर खाकर खुदकुशी कर ली। राजस्व विभाग के सूत्रों ने बताया कि कलक्टर के दफ्तर को कल उनकी खुदकुशी से जुड़ी रिपोर्ट मिली।
तहसीलदार सुनील सुंदने ने आज बताया कि एक अन्य घटना में बगलान तालुका के ब्रामणगांव के रहने वाले हरिश्चंद्र वसंत अहीर ने कल कुएं में कूदकर जान दे दी। शुरूआती जांच के मुताबिक अहीर खेती के कर्ज से दबे हुए थे।
पुलिस ने बताया कि चंदवड तालुका के बोराले के रहने वाले 32 साल के किसान अप्पासाहेब खांडेराव जाधव ने बिजली की करंट वाली तार को पकड़कर मंगलवार की रात खुदकुशी कर ली। साल 2010 में एक सहकारी समिति से लिए गए 50,000 रूपए का कर्ज नहीं चुकाने पर नोटिस मिलने के बाद से वह तनाव में थे।
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