नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए राष्ट्रपति कोविंद की ओर से दिए जाने वाले भोज में शामिल नहीं होंगे। मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति कोविंद ने भोज में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया था जिसे उन्होनें स्वीकार कर लिया था लेकिन अब उन्होनें स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए भोज में शामिल होने में असमर्थता जताई है। इसके अलावा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भोज के लिए न्यौता नहीं दिए जाने के कारण भोज में शामिल नहीं होंगे।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित आधिकारिक भोज में शामिल नहीं होंगे। चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ प्रमुख विपक्षी पार्टी को विचार-विमर्श करने की अनुमति देने की पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया है। उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा, "मैं 25 फरवरी को राष्ट्रपति द्वारा आयोजित भोज में शामिल नहीं होऊंगा। यह मेरे विरोध का तरीका है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निमंत्रण नहीं दिया है। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार द्वारा प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेताओं को इस तरह की महत्वपूर्ण यात्राओं के दौरान नजरअंदाज किया जाना और परंपरा में बदलाव किया जाना अच्छा नहीं है। पिछली सरकारों में हमने सुनिश्चित किया था कि प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेता अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश या बराक ओबामा सहित भारत आने वाले सभी गणमान्य लोगों से मिलें।"
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