कोच्चि। केरल सरकार ने बृहस्पतिवार को सोना तस्करी मामले में आरोपियों से कथित रूप से तार जुड़े होने के सिलसिले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर को जांच चलने के बीच निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने यहां पत्रकार वार्ता में निलंबन की घोषणा की। शिवशंकर के तार कथित तौर पर मामले के आरोपियों से जुड़े होने की खबरें सामने आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और आईटी सचिव पद से हटा दिया गया।
मुख्य सचिव डॉ विश्वास मेहता की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति को सरकार ने आरोपों की पड़ताल करने और तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा था। सरकार को आज शाम को रिपोर्ट दी गयी जिसके बाद कार्रवाई की गयी।
विजयन के अनुसार समिति ने पाया कि शिवशंकर ने अखिल भारतीय सेवा के नियमों की अवज्ञा की। उन्होंने कहा कि विभाग स्तरीय जांच जारी है। कुछ दिन पहले ही सीमाशुल्क अधिकारियों ने मामले के सिलसिले में शिवशंकर से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी।
विदेशी राजनयिक के नाम पर सोना तस्करी मामले में जांच एजेंसियां जैसे-जैसे शिकंजा कस रही हैं, वैसे-वैसे केरल की वाम सरकार पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। इस सिलसिले में सीमा शुल्क विभाग ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व प्रधान सचिव एम. शिवशंकर से मंगलवार को पूछताछ की। उधर, एनआइए की विशेष अदालत ने फरार आरोपित फैजल फरीद के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है।
सीमा शुल्क आयुक्त कार्यालय (रोकथाम) इस बात की जांच कर रहा है कि शिवशंकर ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए आरोपित स्वप्ना सुरेश, संदीप नैय्यर व सारिथ की मदद तो नहीं की।
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