नई दिल्ली: विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को नगरोटा में आतंकियों से मुठभेड़ के बारे में कुछ देशों के राजदूतों के साथ जानकारी साझा की। हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि इस घटना के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं। हथियारों से पता चला कि यह पाकिस्तान से चल रहे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी थे। मिशन के प्रमुखों को इस घटना का विवरण देते हुए एक विस्तृत सूचना डॉक्यूमेंटस प्रदान किए गए थे। इसमें वस्तुओं और हथियारों की सूची थी जो आतंकवादियों से बरामद किए गए थे जो स्पष्ट रूप से उनके पाकिस्तानी होने का संकेत दे रहे थे।
राजदूतों को इस बात की भी जानकारी दी गई थी कि आतंकवादी भारत में कैसे आए जो अब सांबा सेक्टर में एक भूमिगत सुरंग की खोज के माध्यम से स्पष्ट है। यह उनके साथ साझा किया गया कि कैसे पुलिस और खुफिया अधिकारियों द्वारा प्रारंभिक जांच, बरामद एके47 राइफल्स और अन्य वस्तुओं पर चिह्नों ने हमें यह विश्वास दिलाया कि आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के थे।
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर बृहस्पतिवार को हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकवादी मारे गए थे। मारे गए आतंकवादियों के पास से 11 एके राइफल, तीन पिस्तौल, 24 मैगजीन, 29 ग्रेनेड, छह यूबीजीएल ग्रेनेड बरामद हुए हैं। इसके अलावा उनके पास से भारी मात्रा में दवाएं, विस्फोटक सामग्री, तारों के बंडल, इलेक्ट्रोनिक सर्किट और थैले बरामद हुए हैं। अधिकारियो ने बताया था, ''बीते कुछ साल में पहली बार, मारे गए आतंकवादियों के पास से इतनी भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए है।''
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