गुवाहाटी:असम के मुख्य शहर गुवाहाटी के खानापारा इलाके में राज्य की जमीन पर मेघालय द्वारा बिजली के खंभे लगाने के कथित प्रयास के कारण सोमवार को अंतरराज्यीय सीमा पर तनाव बढ़ गया। असम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस बारे में सूचना मिलने पर असम पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी अंतरराज्यीय सीमा के करीब खानापारा पहुंचे और मेघालय के अधिकारियों से चर्चा की। अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी राज्य इसके बाद बिजली का खंभा नहीं लगाने पर सहमत हुआ।
अधिकारी ने बताया, ‘‘मामले को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाया गया और अब स्थिति नियंत्रण में है।’’ इलाके में असम सरकार पहले से ही बिजली की आपूर्ति कर रही है। इस संबंध में मेघालय सरकार का बयान उपलब्ध नहीं है। असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद वर्षों से चल रहा है। दो दिन पहले मेघालय की राजधानी शिलांग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई बैठक में भी यह मुद्दा उठा।
सोमवार की घटना ऐसे वक्त हुई जब पूर्वोत्तर के पड़ोसी राज्यों के बीच सीमा विवाद एक खूनी संघर्ष में बदल गया। मिजोरम के साथ राज्य की ‘‘संवैधानिक सीमा’’ की रक्षा करते हुए असम पुलिस के कम से कम पांच कर्मियों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। दोनों पक्षों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की। इससे पहले, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया था कि झड़प में छह पुलिसकर्मियों की मौत हुई। बाद में सोमवार देर रात असम सरकार ने एक बयान में मृतक संख्या में संशोधन किया और कहा कि पांच पुलिसकर्मियों की मौत हुई जबकि 50 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं।
असम के कछार जिले के अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष में 10 अन्य लोग भी जख्मी हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्रमशः असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों, हिमंत बिस्वा सरमा और जोरमथांगा से बात की और उनसे विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने और सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया। अमित शाह ने पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में सीमा विवादों को सुलझाने की आवश्यकता को रेखांकित किया था जिसके दो दिन बाद यह घटना सामने आई है।
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