बेंगलुरु: गार्डन सिटी बेंगलुरु में एशिया का सबसे बड़ा फूलों का बाज़ार है। 'इंटरनेशनल फ्लावर्स ऑक्शन सेंटर' से ही देश और विदेश में तक़रीबन 70 फीसदी डेकोरेटिव फ्लॉवर्स खासकर गुलाब की सप्लाई होती है लेकिन नोटबंदी के चलते फूलों के व्यापार पर भी जोरदार असर पड़ा है।
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नोटबंदी के बाद कारोबार में अचानक आई भारी गिरावट
बेंगलुरु के इंटरनेशल फ्लावर ऑक्शन सेंटर...जहां नोटबंदी से पहले काफी चहल-पहल रहती थी क्योंकि शादियों का सीज़न है और अलग-अलग रंग और किस्म के गुलाब और अन्य फूलों की इस समय भारी माँग रहती है लेकिन नोटबंदी के बाद से यहां अचानक कारोबार में भारी गिरावट आ गयी है। ऑक्शन सेंटर के ये खाली बैंच इस बात का गवाह हैं।
फूल व्यापारी ने कहा पहले 2 लाख रुपए के फूल खरीदते थे आज 20 हजार के
फूल व्यापारी अशोक कुमार बेंगलुरु से रोज फूल लेकर दिल्ली, मुम्बई और कोलकाता जैसे उत्तर भारत के कई शहरों में फूल भेजते हैं। अशोक फूलों के ऑक्शन में भाग ले रहे हैं वे टैब का उपयोग करते हुए अलग-अलग किस्म के फूलों की बोली लगाने का उपयोग करते हैं।
अशोक कहते हैं कि नोटबंदी के पहले वो रोज तक़रीबन 2 लाख रूपये के फूल खरीदते थे लेकिन आज 20 हज़ार के फूल खरीदने पर भी सोचना पड़ रहा है क्योंकि उत्तर भारत के अलग अलग शहरों में जहां वो फूल सप्लाई करते हैं वहां से उन्हें कैश नहीं मिल रहा है।
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