नई दिल्ली | चार अपाचे हेलीकॉप्टरों की पहली खेप शनिवार को गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुंच रही है, जिन्हें पंजाब के पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन में तैनात किए जाएंगे। अपाचे का अत्यंत आधुनिक एएच-64 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी अमेरिकी कंपनी बोइंग निर्धारित समय से पहले कर रही है। हालांकि ये हेलीकॉप्टर आने के शीघ्र बाद भारतीय वायुसेना (आईएएफ) को नहीं सौंपे जाएंगे। आईएएफ के एक अधिकारी ने बताया, "सही तरीके से असेबलिंग किए जाने के बाद हेलीकॉप्टर हमें सौंपे जाएंगे।"
इसी प्रकार के चार और हेलीकॉप्टर अगले सप्ताह आएंगे। वायुसेना को सितंबर में औपचारिक रूप से सौंपे जाने के बाद सभी आठ हेलीकॉप्टर पंजाब के पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन में तैनात किए जाएंगे। रक्षा मंत्रालय ने 22 एएच-64 अपाचे हमलावर हेलीकॉप्टर के उत्पादन, प्रशिक्षण और सपोर्ट के लिए 2015 में ऑर्डर को अंतिम रूप प्रदान किया था।
बोइंग 2020 तक सभी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर आईएएफ को संचालन के लिए सुपुर्द करेगी। एएच-64 दुनिया का सबसे एडवांस्ड मल्टीरोल कंबैट हेलीकॉप्टर है और इसका इस्तेमाल अमेरिकी सेना समेत कई अंतर्राष्ट्रीय रक्षा बलों द्वारा किया जाता है। बोइंग ने अब तक दुनियाभर में अपने ग्राहकों को 2,200 अपाचे हेलीकॉप्टर प्रदान किए हैं। अपाचे का चयन करने वाला भारत दुनिया का 14वां देश है। एएच-64ई में नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है जिससे यह दुनिया का सर्वोत्तम हमलावर हेलीकॉप्टर बना हुआ है।
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