अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब पर कोविड-19 संबंधी हालात के बारे में फर्जी जानकारी फैलाने के संबंध में पुलिस से शिकायत करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोपाल चंद्र रॉय के खिलाफ कथित रूप से जाली लेटरहेड का इस्तेमाल करने के संबंध में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत अभी दर्ज नहीं की गई है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता रॉय ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके घर में तोड़-फोड़ की और रविवार को उनकी कथित तौर पर हत्या करने की कोशिश की।
रॉय ने गृह मंत्रालय का कार्यभार भी संभाल रहे देब के खिलाफ यहां शनिवार को न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स (एनसीसी) पुलिस थाने में शिकायत दी थी। रॉय ने दावा किया मुख्यमंत्री ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि मणिपुर में कोरोना वायरस के 19 और असम के करीमगंज जिले में 16 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि मणिपुर में मंगलवार को केवल दो और करीमगंज में केवल एक मामला सामने आया था। रॉय ने कथित रूप से फर्जी जानकारी फैलाने के आरोप में मुख्यमंत्री के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की थी।
रॉय की शिकायत पर एनसीसी थाना प्रभारी सुबीमल बर्मन ने कहा कि इसके लिए मजिस्ट्रेट से अनुमति की आवश्यकता है। इसलिए हम सोमवार को अनुुुुुमति मांंगेेंगे। वकील अरबिंद देब ने रविवार को इसी पुलिस थाने में रॉय के खिलाफ मुख्मयंत्री की छवि को धूमिल करने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने और जालसाजी की शिकायत दर्ज कराई। वकील ने अपनी शिकायत में कहा कि मैंने गौर किया कि गोपाल राय ने माननीय मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से जाली लेटरहेड पर भारत के राष्ट्रीय चिह्न का अवैध तरीके से इस्तेमाल किया।
बर्मन ने बताया कि रॉय के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है। रॉय ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके वकील और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पीजूष कांति बिस्बास को रॉय के घर नहीं जाने दिया। बिस्वास ने कहा कि वकील को उसके मुवक्किल के घर जाने से रोकना अवैध है। राज्य में गुंडाराज चल रहा है। इस बीच भाजपा प्रवक्ता डॉ अशोक सिन्हा ने कहा कि कानून अपना काम करेगा।
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