पता लगाएं, स्वास्थ्य अमले के अफसर, कर्मी कैसे हुए कोरोना संक्रमित: CM शिवराज
कोरोना वायरस महामारी के चलते मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य अमले के अधिकारियों और कर्मचारियों के संक्रमित होने का मामला सामने आया है।
भोपाल: कोरोना वायरस महामारी के चलते मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य अमले के अधिकारियों और कर्मचारियों के संक्रमित होने का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पूरे मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर स्वास्थ्य अमले के अधिकारियों-कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए कैसे। मुख्यमंत्री चौहान ने एक निजी समाचार चैनल के साथ बातचीत में सोमवार को यह माना कि राज्य में स्वास्थ्य विभाग के संचालनालय के अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।
उन्होंने कहा, "हम इस मामले की जांच करा रहे हैं कि आखिर इतनी तादाद में अधिकारी और कर्मचारी संक्रमित हुए कैसे। लापरवाही बरती गई है। यह बात सही है कि स्वास्थ्य संचालनालय के कर्मचारी बड़ी संख्या में लंबे अरसे से काम कर रहे थे, इसलिए उन्हें एक दम से दोषी नहीं मान जा सकता। फिर भी इस मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जो तथ्य आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"
राज्य में स्वास्थ्य अमले के तीन बड़े अधिकारी (आईएएस) कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य निदेशक भी इस बीमारी की चपेट में हैं। इसके अलावा भोपाल में 40 से ज्यादा अन्य कर्मचारी भी कोरोना वायरस से पीड़ित पाए गए हैं। यह हर किसी के लिए चिंता का विषय है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा लगाए गए इस आरोप पर कि प्रदेश में कांग्रस की सरकार को गिराने के लिए लॉकडाउन लागू करने में देरी की गई, चौहान ने कहा, "यह समय स्तरहीन राजनीति करने का नहीं है। जब कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री के पद पर रहता है तो उसे काम करने से कोई रोक सकता है क्या? अब वो समय पर कदम नहीं उठाएं और दूसरे पर आरोप लगाएं यह उचित नहीं है। मैं आज आरोप-प्रत्यारोप पर नहीं जाता। मैंने तो पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, उमा भारती और दिग्विजय सिंह से बात की। सबसे संवाद कर रहा हूं। यह घटिया राजनीति करने का समय नहीं है। हम लड़ लेंगे बाद में, पहले कोरोना से निपट लें।"
मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार को कहा था कि राज्य में 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन जारी रहेगा, मगर उसका स्वरूप बदल जाएगा। लॉक डाउन को लेकर चौहान से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। उसके बाद ही सारी स्थिति तय होगी। केंद्र सरकार जो फैसला करेगी, उसे राज्य में लागू किया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई थी, जिसमें अधिकांश मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को बढ़ाने की बात कही थी। प्रधानमंत्री मंगलवार को सुबह 10 बजे संबोधित करने वाले हैं और उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।