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Hindi News भारत राष्ट्रीय किसान नेताओं का दावा-अमित शाह ने बातचीत के लिए बुलाया, आज शाम 7 बजे होगी मुलाकात

किसान नेताओं का दावा-अमित शाह ने बातचीत के लिए बुलाया, आज शाम 7 बजे होगी मुलाकात

आज पूरे देश में किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, चक्का जाम किया। इस दौरान किसान नेताओं का दावा है कि आज उनकी गृहमंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग है लेकिन गृहमंत्रालय ने अब तक इस खबर की पुष्टि नहीं की है।

Farmers to meet Amit Shah today before 6th round of talks tomorrow- India TV Hindi Image Source : PTI किसान नेताओं का दावा है कि आज उनकी गृहमंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग है।

नयी दिल्ली: आज पूरे देश में किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, चक्का जाम किया। इस दौरान किसान नेताओं का दावा है कि आज उनकी गृहमंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग है। किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि आज शाम 7 बजे किसान नेताओं का एक दल गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा। राकेश टिकैत यूपी और उत्तराखंड के किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि वो पहले सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे इसके बाद वो गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए रवाना होंगे। कल किसानों के साथ मोदी सरकार की छठे राउंड की मुलाकात होने वाली है। इससे पहले राकेश टिकैत का अमित शाह से मिलना बेहद अहम माना जा रहा है। 

इसी बीच पंजाब और हरियाणा से ट्रैक्टर ट्रॉलियों, कारों में सवार होकर और किसान मंगलवार को यहां सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे जहां केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों की तरफ से बुलाए गए भारत बंद के कारण सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। 

भारत बंद की वजह से हालांकि लगातार 13 दिनों से सिंघु बॉर्डर पर डटे किसानों के लिये चावल, आटा, दाल, तेल, दूध, साबुन और दंतमंजन जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। पानीपत से आए गुरजैंत सिंह ने कहा, “स्वाभाविक रूप से राशन की आपूर्ति प्रभावित होगी। लेकिन अगले दो-तीन महीनों के लिये हमारे पास पर्याप्त भंडार है। हम लंबे समय तक के लिये तैयारी के साथ आए थे।” 

उन्होंने कहा कि लेकिन यह संख्या बढ़नी शुरू हो गई है और बहुत से लोग साइकिलों और बैलगाड़ियों आ रहे हैं। दोपहर के भोजन के समय प्रदर्शनकारी कुछ गैर सरकारी संगठनों द्वारा संचालित लंगर में भोजन के लिये कतारबद्ध बैठे नजर आए। भोजन के बाद कुछ किसान आराम करने के लिये ट्रॉलियों में चले गए जबकि कुछ अन्य मंच से भाषण दे रहे अपने नेताओं को सुनने लगे। 

ट्रैक्टरों पर लगे स्पीकरों से पंजाबी और हरियाणवी गाने तेज आवाज में बज रहे थे जबकि क्षेत्र की सर्विस लेन में जीपों और कारों में युवा बैठे नजर आए। बहुत से लोग वहां दैनिक उपयोग की वस्तुएं जिनमें अंत:वस्त्र, बालों में लगाने का तेल, क्रीम, मोजे और साबुन आदि शामिल हैं, लिये घूम रहे थे और जरूरतमंद प्रदर्शनकारियों को यह मुफ्त में वितरित कर रहे थे।

मोहाली से आए राजिंदर सिंह कोहली ने कहा कि उनकी संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। प्रदर्शनकारी किसान संघों के भारत बंद की वजह से सड़कों पर वाहन कम दिखे। ऐप आधारित कैब, ऑटो रिक्शा और डीटीसी बसें हालांकि रोड पर देखी जा सकती थीं। सिंघु बॉर्डर की तरफ जा रही सड़कों पर अधिकतर दुकानों बंद थीं। बंद के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सभी बॉर्डरों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं।

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