हरियाणा-दिल्ली सीमा पर भारी संख्या में पहुंचे किसान, संगठनों के मुखिया आज अनशन पर
किसान आंदोलन को लेकर सिंघु बॉर्डर से किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि कल सारे संगठनों के मुखिया सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक एक दिन के लिए भूख हड़ताल रखेंगे।
नई दिल्ली: किसान आंदोलन को लेकर रविवार को किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सिंघु बॉर्डर से किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि कल सारे संगठनों के मुखिया सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक एक दिन के लिए भूख हड़ताल रखेंगे। चढूनी ने कहा कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को पटरी से उतारने के लिए साजिश रच रही है। सिंघू बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है और यहां उनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि मैं शनिवार रात को यहां पहुंचा हूं, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा से और भी किसान यहां आ रहे हैं। प्रदर्शनकारी के मुताबिक 16 दिसंबर तक सिंघू बॉर्डर पर 500 और ट्रॉलियों के आने की उम्मीद है।
किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि सरकार हमें 5 संशोधन पर अश्वसन दे रही है लेकिन हम हम तीनों कानून को रद्द करने की मांग कर रहे है। उन्होनें कहा कि हमारा रुख स्पष्ट है, हम तीनों कृषि कानूनों का निरस्तीकरण चाहते हैं, इस आंदोलन में शामिल सभी किसान यूनियन एकजुट हैं। कक्का ने कहा कि हमें नजर रखने की जरूरत है ताकि कोई गलत तत्व हमारे बीच न हों। हमारे सभी युवाओं को सतर्क रहने की जरूरत है। अगर सरकार बात करना चाहती है तो हम एक समिति गठित करेंगे और आगे का निर्णय लेंगे।
किसान नेता संदीप गिद्दू ने कहा कि उन्नीस दिसंबर से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन भूख हडताल रद्द की गई, इसके बजाय सोमवार को यह एक दिवसीय हड़ताल रहेगी। किसान नेता ने कहा कि सरकारी एजेंसियां किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोक रही हैं, हमारी मांगें पूरी होने तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। किसान नेता ने कहा कि हम सरकार से अनुरोध करते है कि सबके पास गाडी के कागज है उन्हें आने दिया जाए।
सिंघू बॉर्डर पर किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के भानु प्रताप जिन्होंने प्रदर्शन वापस लेने की बात कही है वह किसान मोर्चा से नहीं जुड़े हैं।किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि भानु गुट उनके साथ कभी प्रदर्शन में साथ नहीं था और जो फैसले यहां से होंगे किसान आंदोलन के लिए वही मान्य होंगे। किसानों के प्रदर्शन के बीच आज सिंघू बॉर्डर पर तनाव उस समय बढ़ गया जब प्रदर्शन स्थल पर जगह नहीं होने के कारण कुछ किसानों ने 30-40 मीटर आगे की जगह का घेराव किया, हालांकि पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किसानों को रोक दिया है।
किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों के आंदोलन के समर्थन में वह सोमवार को एक दिन का अनशन करेंगे, आप कार्यकर्ताओं से भी इसमें शामिल होने की अपील की। केजरीवाल ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की सभी मांगों को केंद्र को तुरंत स्वीकार करना चाहिए और एमएसपी की गारंटी के लिए विधेयक लाना चाहिए। उन्होनें कहा कि केंद्र को अहंकार छोड़ देना चाहिए और किसान जिन तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं उन्हें रद्द कर देना चाहिए।