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Hindi News भारत राष्ट्रीय किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को क्या-क्या हुआ? ये रही पूरी जानकारी

किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को क्या-क्या हुआ? ये रही पूरी जानकारी

राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू बॉर्डर पर शनिवार को हालात सामान्य रहे। वहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर तीन घंटे का चक्का जाम किया गया। 

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू बॉर्डर पर शनिवार को हालात सामान्य रहे। वहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर तीन घंटे का चक्का जाम किया गया। दिल्ली हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर नियमित गतिविधियां हुई जैसे, लंगर बांटना, किसानों द्वारा मंच से प्रेरक भाषण देना, ट्रैक्टरों से गाने बजाना आदि। 

सिंघू बॉर्डर पर बीते 20 दिन से डेरा डाले 34 वर्षीय मनमीत बाजवा ने कहा, ''हम खुशी है कि लोगों का ध्यान अन्य राजमार्गों पर भी गया है। हम दो महीनों से किला संभाले हुए और आगे भी संभाले रहेंगे। यह अच्छा है कि आज देश भर के किसान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।'' 

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को कहा था कि चक्का जाम शनिवार को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किया जाएगा और यह दिल्ली, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में नहीं होगा। सिंघू बॉर्डर पर पहले से ज्यादा भीड़ थी और अधिक ट्रैक्टर तथा किसान वहां पहुंचे। ऐसे में बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। 

बॉर्डर पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी, बहुस्तरीय अवरोधक लगाए गए, सड़कों पर कीलें गाढ़ी गई तथा कंटीले तार लगाए गए। पुलिस ने यह बंदोबस्त एहतियातन किया ताकि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड जैसी हिंसा फिर न हो। प्रदर्शनस्थल पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए जिसमें प्रादेशिक आर्म्डं कांस्टेबुलरी (पीएसी) तथा त्वारित कार्रवाई बल (आरएएफ) के कर्मी हैं। 

पंजाब के पटियाला जिले के नवजोत हीर ने कहा, ''मुझे नहीं पता कि उन्होंने इस स्तर के सुरक्षा बंदोबस्त यहां क्यों किया जबकि हमने कहा है कि हम यहां चक्का जाम नहीं करेंगे। यह केवल प्रशासन और किसानों के बीच विश्वास की कमी के बारे में बताता है। '' 25 वर्षीय हीर ने कहा, ''अगर वे हमे डराने के लिए यह कर रहे हैं तो वे जितनी चाहें उतनी कोशिश कर लें, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलेगी।'' 

आंदोलन स्थलों के आसपास इंटरनेट बंद करने, प्राधिकारियों द्वारा कथित रूप से तंग करने और अन्य मुद्दों को लेकर चक्का जाम किया गया था। सिंघू, गाज़ीपुर, टीकरी तथा आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद किया गया है। इन्हीं स्थानों पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है।

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