नई दिल्ली: हिन्दी की समकालीन कविता और आलोचना के सशक्त हस्ताक्षर और अज्ञेय के तीसरा तार सप्तक के प्रमुख कवि डॉ. केदारनाथ सिंह का आज यहां निधन हो गया। केदारनाथ सिंह ने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। 2013 में उन्हें ज्ञानपीठ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि डॉ. केदारनाथ सिंह को करीब डेढ़ माह पहले कोलकाता में निमोनिया हो गया था। इसके बाद से वह बीमार चल रहे थे। उनका आज रात करीब साढ़े आठ बजे एम्स में निधन हो गया।
वह 84 वर्ष के थे। उनके परिवार में एक पुत्र और पांच पुत्रियां हैं। उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार और व्यास सम्मान सहित कई सम्मानों से पुरस्कृत किया गया था।
उनके प्रमुख कविता संग्रहों में ‘अभी बिलकुल अभी, जमीन पक रही है, यहां से देखो, बाघ, अकाल में सारस और उत्तर कबीर’ शामिल हैं आलोचना संग्रहों में ‘कल्पना और छायावाद, मेरे समय के शब्द’ प्रमुख हैं।
उनका कल दोपहर तीन बजे अंतिम संस्कार किया जायेगा।
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