Exclusive: लद्दाख में LAC के पास सैनिकों का बड़ा जमावड़ा, टैंक, तोपखाने के साथ हजारों सैनिक तैनात
चीन की हरकतों के मद्देनजर लद्दाख में भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट और एक्टिव है।आर्मी, एयरफोर्स, नेवी तीनों ने अपनी ऑपरेशनल कैपेबिलिटी बढा दी है।
नई दिल्ली: चीन की हरकतों के मद्देनजर लद्दाख में भारतीय सेना पूरी तरह से अलर्ट और एक्टिव है।आर्मी, एयरफोर्स, नेवी तीनों ने अपनी ऑपरेशनल कैपेबिलिटी बढा दी है। ताकि चीन का पूरी तैयार के साथ जवाब दिया जा सके। इंडिया संवाददाता मनीष प्रसाद और अमित पालित ने लद्दाख को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट भेजी है। सबसे बडी बात ये है कि लद्दाख में एयरफोर्स ने तीन एडवांस लैंडिंग ग्राउंड रिएक्टिवेट कर दिए हैं। इस वक्त दौलत बेग ओल्डी के अलावा फुकसे और न्योमा लैंडिंग ग्रांउड पर जहाजों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। यहाँ पर सुपर हरक्यूलिस ,ग्लोब मास्टर , AN32 लैंड कर रहे हैं और जवानों की आवाजाही भी लगातार हो रही है।
अमित पालित ने बताया कि लद्दाख में पूरे दिन जहाजों की पेट्रोलिंग होती है। चीन के हर जहाज का मुकाबला करने की तैयारी है। अगर चीन का कोई विमान सरहद पार करता है तो सबसे पहले Airborne Warning And Control System..AWACS एक्टिव होंगे। इसकी जानकारी दूसरे जहाजों को मिलेगी..इसके बाद ऑपरेशनल कैपेबिलिटी के हिसाब से फाइटर प्लेंस और हेलीकॉप्टर को एगेंज किया जा सकता है। लद्दाख में भारत के सभी फाइटर प्लेन..मिराज 2000, सुखोई 30एमकेआई, मिग 29 अपग्रेडेड...मौजूद हैं। इसके अलावा एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी तैयार है। हेलीकॉप्टर को एंगेज करने की जरूरत हुई तो चिनूक और अपाचे अपना दम दिखाएंगे।
लद्दाख में 1500 किलोमीटर की LAC पर भारतीय सेना के 65 प्वाइंट एक्टिवेट हो चुके हैं और हर जगह भारतीय सेना की अचूक तैयारी है। इनमें चुमार, पैंगोंग सो, फिंगर फोर के अलावा..फुकसे, चुशुल, डेपसांग, बॉटलनेक, रॉकी नाला..गोगरा, गलवान के पेट्रोलिंग प्वांइंट 14, 15, 17 शामिल हैं। इसके साथ ही अक्साई चिन के बिल्कुल पास दौलत बेग ओल्डी सेक्टर और इसके चार पेट्रोलिंग प्वाइंट, एडवांस लैंडिंग ग्राउंड...ट्रिग हाइट और स्पांगुर गैप भी सेना एक्टिव हो चुकी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन इलाकों में चीन के जवानों की संख्या काफी बढ गई है।
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उधर, चीन का फोकस गलवान के साथ अब पैंगोंग सो और डेपसांग वैली पर शिफ्ट हो चुका है। पैंगोंग में चीन के 2000 जवान हैं वो यहां फिंगर फाइव के ऊपर बैठकर हमारी सेना की पोजिशन को मॉनिटर करना चाहता है। बड़ी बात ये भी है कि डेपसांग वैली में भी चाइनीज PLA के एडिशनल ट्रूप्स पहुंचे से इन्हें चीन ने अपने चिपचैप मिलिट्री बेस से भेजा है। इनकी संख्या क़रीब 1 हज़ार के बीच में है। ये अपने साथ इन्फैंट्री कॉम्बैट माइकल आर्टिलरी गन लाए हैं।भारतीय सेना के मुताबिक़ चीन पूरी प्लानिंग के साथ ये सब कर रहा है। चीन बॉटलनेक के ऊपर दबाव बनाकर हाईवे से लेकर DBO के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तक दबदबा बनाने की कोशिश कर रहा है ताकि पूरी तरह से जवानों की आवाजाही रोक सके।
चीन के सैनिकों को जवाब देने के लिए आर्मी का मास्टरप्लान तैयार है। 36 हजार जवानों की तीन डिवीजन को लद्दाख भेजा गया है। इसे मिलाकर अब लद्दाख में 45 हजार से ज्यादा सैनिक डिप्लॉय हो चुके हैं। अकेले पैंगोंग सो में चीन के 1 के मुकाबले हमारे नौ सैनिकों की तैनाती हैऔर जहां तक हथियारों की बात है तो इस वक्त जवानों के लिए इंफैंट्री वेपन के तौर पर नौ से ज्यादा ऐसेट्स मौजूद हैं। भीष्म और T 72 टैंक्स का एकस्ट्रा डिप्लॉयमेंट हो चुका है यानी चीन अगर LAC पर कोई गुस्ताखी करेगा तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे।