श्रीनगर: वह इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट था, गेट परीक्षा भी पास कर चुका था और कश्मीर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहा था लेकिन जाने कैसे उसका दिमाग फिरा कि वह आतंकवाद की राह पर चल पड़ा। आतंकवादी बने उसे 48 घंटे भी नहीं हुए थे कि वह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। घटना के चार दिन बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने उपनिरीक्षक पद के लिए शॉर्ट लिस्टेड़ उम्मीदवारों की सूची जारी की जिसमें उसका भी नाम है लेकिन दुर्भाग्य से वह अपनी कामयाबी का जश्न मनाने के जिंदा नहीं है।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने कल 2,060 चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की जिसमें 1913 क्रमांक वाले खुर्शीद अहमद मलिक का नाम शामिल है। वह पुलवामा जिले के अराबल गांव का निवासी था। इन उम्मीदवारों को उप निरीक्षक पद पर नियुक्ति की खातिर इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। मलिक ने बीटेक किया था और उसने इस वर्ष जून में लिखित परीक्षा दी थी।
उसे आतंकवाद की राह थामे 48 घंटे ही हुए थे कि तीन अगस्त को बारामुला जिले में सोपोर के द्रूसू क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। मलिक ने हाल ही में श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय से बीटेक किया था। साथ ही गेट की परीक्षा भी पास की थी।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि मलिक कश्मीर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहा था और कंबाइंड कॉम्पिटीटिव एक्जाम के लिए अप्लाई करने गया था और उसके बाद वह लापता हो गया। लापता होने के 48 घंटे के बाद वह मुठभेड़ में मारा गया। उसके परिजन ने उससे लौट आने और बाद में आत्मसमर्पण करने की अपील की थी।
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