नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक समूह के खिलाफ धनशोधन के एक मामले में 197 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में यूनिटेक समूह पर अपना शिकंजा कसते हुए, ईडी ने शनिवार को कहा कि उसने कंपनी की 197 करोड़ रुपये मूल्य की 10 संपत्तियों को कुर्क किया है, जिसमें कर्नोस्टी ग्रुप के अलप्पुझा और गंगटोक में दो रिसॉर्ट शामिल हैं।
एजेंसी ने शनिवार को इस बारे में बताया। धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत सिक्किम (गंगटोक) और केरल (अलप्पुझा) में एक- एक रिसॉर्ट समेत कुल 10 संपत्तियां अस्थायी तौर पर जब्त की गयी है।
ईडी ने कहा, ‘‘इन अचल संपत्तियों का मूल्य 197.34 करोड़ रुपये हैं और कार्नोस्टी ग्रुप की विभिन्न कंपनियों के पास इन संपत्तियों का मालिकाना हक है।’’ ईडी ने एक बयान में दावा किया, ‘‘यूनिटेक समूह ने अपराध के जरिए अर्जित 325 करोड़ रुपये के धन को कार्नोस्टी ग्रुप में लगाया और बदले में कार्नोस्टी ग्रुप ने इस धन से कई अचल संपत्तियों की खरीदारी की।’’
कुछ दिन पहले एजेंसी ने यूनिटेक समूह की 152.48 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। यूनिटेक समूह और इसके प्रवर्तकों के खिलाफ पीएमएलए के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। आरोप लगे थे कि यूनिटेक के मालिकों संजय चंद्रा और अजय चंद्रा ने 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा धन अवैध तौर पर साइप्रस और कैमन आइलैंड में भेजे थे। हाल में एजेंसी ने मामले में जांच के तहत दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 35 परिसरों पर छापेमारी की थी। कंपनी और प्रवर्तकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों का अध्ययन करने के बाद पीएमएलए का मामला दर्ज किया गया था।
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