नई दिल्ली: अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा पर 6.2 तीव्रता का भूकंप आने के बाद राजधानी दिल्ली और कश्मीर घाटी सहित उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में भी आज झटके महसूस किये गये। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उक्त जानकारी दी। दिल्ली-एनसीआर और कश्मीर घाटी में महसूस हुए झटकों के कारण कई जगहों पर लोगों में अफरा-तफरी फैल गयी और वह अपने घरों से बाहर निकल आये। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक कहीं से किसी नुकसान की सूचना नहीं है। श्रीनगर में एक अधिकारी ने बताया, ‘‘भूकंप का अधिकेन्द्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा पर करीब 190 किलोमीटर की गहराई में था।’’ दिल्ली मेट्रो के अधिकारी ने बताया कि नयी दिल्ली में मेट्रो सेवा कुछ देर के लिए रोकी गयी थी, लेकिन सेवा में कोई बाधा नहीं आई।
जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। दोपहर करीब 12:40 पर ये झटके महसूस किए गए। भूकंप के ये झटके काफी देर तक महसूस किए गए। यूएस जियॉलजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 थी और इसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र जमीन से करीब 190 किलाेमीटर नीचे था। अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भूकंप के झटकों के बाद दिल्ली में लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर आ गए। बताया जा रहा है कि जम्मू और कश्मीर के अलावा हिमाचल प्रदेश और पंजाब में काफी तेज झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि इसमें अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं आई है। भूकंप के झटके पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में काफी तेज महसूस किए गए। पाकिस्तान में जहां लाहौर प्रांत में भूकंप आया, वहीं अफगानिस्तान के हिंदूकुश इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
दिल्ली से लाहौर तक भूकंप के तेज झटके, सहमे लोग घरों से बाहर निकले
झटके अफगानिस्तान के कई इलाकों से लेकर पाकिस्तान के इस्लामाबाद, एबटाबाद में भी महसूस किये गए। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदकुश में जमीन से 186 किलोमीटर नीचे बताया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, क्वेटा में दीवार गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि दो घायल बताए जा रहे हैं। बलूचिस्तान के नोक कुंडी इलाके में एक स्कूल की दीवार गिरने की सूचना है, जिसमें कुछ बच्चे फंसे हो सकते हैं।
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