देश भर में धूमधाम से मनाया गया दशहरा, सबसे पहले पटना में जला रावण
देश भर में आज पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ लोगों ने दशहरा मनाया। केंद्र सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों ने सैनिकों के साथ दशहरा मनाया। लेकिन कल एक रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 23 लोगों की मौत के कारण मुंबई में लोगों का उत्साह फीका रहा।
नयी दिल्ली: देश भर में आज पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ लोगों ने दशहरा मनाया। केंद्र सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों ने सैनिकों के साथ दशहरा मनाया। लेकिन कल एक रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 23 लोगों की मौत के कारण मुंबई में लोगों का उत्साह फीका रहा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिल्ली के परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां तीर चलाकर रावण के पुतले जलाए गए। इस मौके पर पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि वे राष्ट्र-निर्माण की प्रक्रिया में योगदान की प्रतिग्या करें। वहीं सबसे पहले रावण पटना में जला जहां गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नव श्री धार्मिक लीला समिति की ओर से आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रमश: उाराखंड और जम्मू-कश्मीर में सैनिकों के साथ दशहरा मनाया। राजनाथ अपनी पत्नी के साथ बाराहोती के पास रिमखिम में तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस आईटीबीपी की पहली बटालियन के जवानों से मिले। हाल में चीनी सेना ने बाराहोटी में कथित तौर पर सीमा का अतिक्रमण किया था। गृह मंत्री ने आईटीबीपी शिविर में शस्त्र पूजन भी किया।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लद्दाख क्षेत्र के सियाचिन एवं अन्य अग्रिम इलाकों में सैनिकों से मुलाकात की और उन्हें आस्त किया कि सरकार हर हालात में उन्हें समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षा मंत्री के साथ थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, थलसेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी अनबु और 14वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एस के उपाध्याय भी थे। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर मायूसी भरा माहौल दिखा। कल एलफिंस्टन रोड स्टेशन हादसे में 23 लोगों के मारे जाने के कारण टर्मिनस के कर्मचारी गमगीन थे। मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने बताया, त्रासद घटना के कारण रेल कर्मियों एवं अधिकारियों ने त्योहार नहीं मनाने का फैसला किया।
केरल में कुछ अलग तरीके से दशहरा मनाया गया। मंदिरों, स्कूलों एवं सांस्कृतिक केंद्रों में बड़ी संख्या में बच्चे एवं उनके अभिभावक इकट्ठा हुए और हजारों बच्चों का परिचय अक्षरों से कराया गया । एजुतिनिरूथु यानी शिक्षा की शुरूआत के लिए ये इंतजाम किए गए थे। राज्य में विजयादशमी को विद्यारंभ के तौर पर मनाया जाता है। तिरूपति के पास वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुई भगवान वेंकटेर की रथयात्रा में करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। पंजाब और हरियाणा में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर रावण के पुतले जलाए गए।
हरियाणा के अंबाला जिले के बराड़ा स्थित मेला मैदान में करीब 25 लाख रुपए की लागत से बनाया गया 210 फुट ऊंचा रावण का पुतला खड़ा किया गया था। इस बीच, कोलकाता में दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के मद्देनजर पुलिस एवं नगर निकाय अधिकारियों ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं । आज से ही विसर्जन की शुरूआत हो जाएगी। कल मुहर्म के दिन से लेकर तीन अक्तूबर तक विसर्जन जारी रहेगा । कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घाटों के पास विशेष निगरानी कर रहे हैं।