नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर में टेस्ट की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर बहुत ज्यादा लोड है, ऐसे में कोरोना टेस्ट का रिजल्ट आने में ही काफी समय लग रहा है। ऐसे हालातों में डीआरडीओ की तरफ से राहत देने वाली खबर दी है। डीआरडीओ चीफ ने बताया कि उनकी टीम ने कोरोना के चेस्ट इंफेक्शन को पता करने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च डवलप की है, जिसमें चेस्ट एक्स-रे की मदद से ये पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं।
उन्होंने बताया कि मोबाइल ऐप पर एक्सरे रिपोर्ट को अपलोड करके पता किया जा सकता है कि मरीज कोरोना पॉजिटिव है या नहीं। यानि बिना कोविड टेस्ट के भी पता लगाया जा सकता है किसी मरीज को कोरोना का संक्रमण हुआ है या नहीं। डीआरडीओ के चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने बताया कि एक्स रे से कोविड की कितनी intensity है ये देखने के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा एक सॉफ्टवेयर बनाया है। ये एक्स रे का डिजिटल सैंपल लेकर एक ऐप के रूप में टेस्ट कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि 6000 एक्सरे सैंपल लेकर सॉफ्टवेयर को टेस्ट किया गया है। बहुत effectiveness दिखाई दी है, बहुत अच्छा काम कर रहा है ये सॉफ्टकेयर है। अगर मरीज का एक्स-रे सैंपल मिल गया है तो ये सॉफ्ट वेयर कोविड की इंटेसिटी क्या है बता सकता है। उन्होंने कहा कि इसके ऊपर और भी सुधार करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर एक्स-रे मिल गया है तो कोविड के किसी दूसरे टेस्ट की जरूरत नहीं है। मार्जिन ऑफ एरर के सवाल पर उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस सॉप्टवेयर के इस्तेमाल के लिए किसी डॉक्टर की जरूरत नहीं होगी, आपके पास सिर्फ एक्स-रे होना चाहिए।
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