नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने कॉम्प्रिहेंसिव एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन एंड टेक्नोलॉजी इजात की है, जो माइक्रो ड्रोन को गिराने में सक्षम है। इससे माइक्रो ड्रोन के कमांड तथा कंट्रोल लिंक को जाम करने के साथ-साथ लेजर आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन के जरिए ड्रोन के इलेक्ट्रानिक्स को तबाह किया जा सकता है।
इसकी रेंज करीब तीन किलोमीटर तक की है। यह अपने आसपास तीन किलोमीटर के दायरे में ड्रोन को डिटेक्ट कर सकता है और उसे जाम कर सकता है। वहीं, लेजर वेपन की वॉट के आधार पर इस कॉम्प्रिहेंसिव एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन एंड टेक्नोलॉजी से 1 से लेकर 2.5 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन को निशाना बनाया जा सकता है।
इससे पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में दुश्मनों की ड्रोन-आधारित गतिविधि को प्रभावी रूप से काउंटर किया जा सकता है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसकी तस्वीर भी शेयर की है। देखिए तस्वीर-
आपको बता दें कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा इजात की गई इस कॉम्प्रिहेंसिव एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन एंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में लाल किले के पास सुरक्षा के लिए भी किया गया है। इस एंटी-ड्रोन हथियार को लाल किले के पास तैनात किया गया।
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