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कोरोना कम हुआ? लॉकडाउन कैसे हटे? वैक्सीन की क्या स्थिति है? डॉ वीके पॉल से जानिए

इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में नीति आयोग के सदस्य और कोविड टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ वीके पॉल ने कहा कि पहले के मुकाबले देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की स्थिति बेहतर है।

कोरोना कम हुआ? लॉकडाउन कैसे हटे? वैक्सीन की क्या स्थिति है? डॉ वीके पॉल ने दिए सबके जवाब- India TV Hindi Image Source : PTI कोरोना कम हुआ? लॉकडाउन कैसे हटे? वैक्सीन की क्या स्थिति है? डॉ वीके पॉल ने दिए सबके जवाब

नई दिल्ली: इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में नीति आयोग के सदस्य और कोविड टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ वीके पॉल ने कहा कि पहले के मुकाबले देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की स्थिति बेहतर है। उन्होंने कहा, "दूसरी लहर की स्थिति में अब पहले से सुधार है, इसमें शक नहीं है। मामले लगातार कम हो रहे हैं, मृत्यु दर में भी अब कमी आने लगी है और रिकवरी तेजी से बढ़ी है। यह सब संकेत हैं कि महामारी का असर अब कम हो रहा है। जिन राज्यों में हालात ज्यादा खराब थे वहां अब स्थिति स्थिर हो रही है। लेकिन, अभी कुछ राज्यों में स्थिति बेहतर होने में समय लगेगा। जिन प्रयासों से स्थिति में सुधार हुआ है उन्हें आगे भी बढ़ाए रखना होगा।"

डॉ वीके पॉल ने कहा, "लॉकडाउन से जब भी कोई राज्य वापस आए तो सिस्टेमैटिक तरीके से आए। एकदम से चीजों को नहीं खोलना है। लोगों को अभी संयंम बरतना होगा। टेस्टिंग को हल्के में नहीं लेना है, हमेशा उसे बढ़ाए रखना होगा। स्थानीय स्तर पर कंटेनमेंट जोन पर ध्यान देना होगा और इन कामों को आगे भी करते रहेंगे तो संक्रमण की चेन टूटेगी और स्थिति में सुधार होता रहेगा।" उन्होंने कहा, "हमें कोविड प्रोटोकाल का पालन करते रहना होगा, मास्क पहनना, भीड़ नहीं करना, बुजुर्गों को बाहर जाने से रोकना और वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना होगा। इन तमाम रणनीतियों के जरिए हम स्थिति को तेजी से सुधार सकते हैं।"

उन्होंने कहा, "वैक्सीन निर्माता कंपनियों के पास पहले से तैयार वैक्सीन का स्टॉक पड़ा हुआ था, जिस वजह से वैक्सीन के शुरुआती दौर में वैक्सीन की कमी नहीं थी लेकिन बाद में वह स्टॉक कम हुआ और अब जैसे-जैसे वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है, वैसे-वैसे सप्लाई भी की जा रही है। आगे चलकर उत्पादन में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिससे टीकाकरण में तेजी आएगी।" डॉ वीके पॉल ने कहा, "देश में वैक्सीन के उत्पादन की स्थिति सभी राज्यों को पता है, हमें उसी की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना होगा। आगे चलकर जब वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ेगा तो सभी के लिए वैक्सीन की उपलब्धता होगी।"

डॉ पॉल ने कहा, "वैक्सीन कंपनियों को सपोर्ट देने के लिए हमेशा उनके साथ पार्टनरशिप के साथ काम होता रहा है। हर कंपनी की उत्पादन की अपनी क्षमता होती है, हर कंपनी को वैक्सीन उत्पादन में पूरी सपोर्ट है। लगभग हर वैक्सीन, जो देश में बन रही है उसमें भारत सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।" 

उन्होंने कहा, "स्पुतनिक वैक्सीन के बारे में कहें तो शुरुआत में 60 लाख डोज का आयात हो रहा है, इसके बाद जुलाई से भारत में ही इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा, बीच-बीच में कुछ आयात भी होता रहेगा। इसके साथ ही, अमेरिकी कंपनियों की वैक्सीन के लिए यानी फाइजर, जॉनसन एंड जॉनसन तथा मॉडर्ना के साथ भी बातचीत चल रही है।"

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