पूरी दुनिया इस समय एतिहासिक संकट का सामना कर रही है। घातक कोरोना वायरस दुनिया भर में करोड़ों लोगों को चपेट में ले चुका है। वहीं लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। भारत में भी मरने वालों का आंकड़ा 1 लाख को पार कर चुका है। ऐसे में सभी को एक मात्र आशा कोरोना की वैक्सीन से है। फिलहाल 3 प्रमुख वैक्सीन ने बेहतर परिणाम पेश किए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि भारत में कोरोना की वैक्सीन अगले साल की शुरूआत में उपलब्ध होगी।
लेकिन इसी बीच व्हाट्सएप सहित सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया गया है कि कोरोना की वक्सीन भारत में लॉन्च हो चुकी है। सरकार इसे सभी को मुहैया करवाएगी। इसके लिए सभी लोगों को मोबाइल पर 'वैक्सीन एप' को डाउनलोड करना होगा और खुद को इस वैक्सीन के लिए रजिस्टर करना होगा।
जानिए क्या है मैसेज का सच
कोरोना काल में इस प्रकार के फेक मैसेज की भरमार आ चुकी है। इसके लिए सरकार के पत्र सूचना कार्यालय यानि पीआईबी ने एक खास फैक्ट चेक टीम गठित की है। यह मैसेज भी पीआईबी की टीम के पास पहुंंचा। जिसके बाद पड़ताल की गई तो पता चला कि कोरोना वैक्सीन के लॉन्च होने का दावा पूरी तरह से फर्जी है। सभी वैक्सीन अभी भी परीक्षण के चरण में है। वहीं सरकार ने किसी भी प्रकार की एप लॉन्च नहीं की है, जिस पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा सके। इस प्रकार पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने यह दावा पूरी तरह से फर्जी माना है। साथ ही यूजर्स को यह हिदायत है कि इस प्रकार के फर्जी मैसेज में दिए गए लिंक पर कभी भी क्लिक न करें।
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