मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश में सरकार चाहे किसी की भी हो लेकिन यहां के सरकारी अस्पतालों का हाल एक जैसा ही रहता है। यूपी में सरकारी अस्पतालों की बदइंतजामी से तो आप अच्छी तरह रूबरू होंगे ही , लेकिन अब आपको बता दें कि यूपी के अस्पताल में इलाज करना जा रहे अपनी सुरक्षा का इंतजाम खुद करके जाएं। हो ये भी सकता है कि आप यूपी के सरकारी अस्पताल में एक बीमारी के इलाज के लिए जाएं लेकिन दूसरी बीमारी मुफ्त में लेकर आएं। दरअसल ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे हैं। दरअसल न्यूज एजेंसी ANI ने कुछ ऐसी तस्वीरें जारी की हैं जिन्हें देखकर आपको सबकुछ आसानी से समझ आ जाएगा।
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पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद स्थित सरकारी अस्पताल में इन दिनों आवारा कुत्तों की मौज है। आवारा कुत्ते अस्पताल में आराम से घूमते हैं। इन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं। कई बार तो ये कुत्ते मरीजों के बिस्तर पर आराम फरमाते हैं। यहां से इन्हें भगाने वाला कोई नहीं हैं। अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने नाम न छापने की शर्त पर ANI को बताया कि विभिन्न वार्डों के गेट पर तैनात गार्ड आराम से बैठे रहते हैं, इन्हें इसबात की परवाह ही नहीं है कि कौन वार्ड में एंट्री कर रहा है, फिर चाहे वो कुत्ते ही क्यों ने हों। मरीज ने बताया कि आवारा कुत्तों की वजह से न सिर्फ वार्ड गंदा हो जाता है बल्कि जब वो बेड पर आराम फरमाते हैं तो वहां फिर कीटाणु छोड़ देते हैं। कोरोना के जमाने में ये वाकई चिंताजनकर और डराने वाला है।
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एक अन्य मरीज ने कहा कि आमतौर पर हम ही कुत्तों को भगाने का प्रयास करते हैं, कई बार कुत्ते भाग जाते हैं लेकिन कई बार कुत्ते घुर्राने लगते हैं। ऐसे में डर लगता है कि कहीं कुत्ता काट न ले। कुत्ते के काटने की वजह से रेबीज की बीमारी होने की संभावना रहती है, जिस वजह से इंसान का मानसिक संतुलन बिगड़ सकता है। ये बीमारी कई बार दिमाग के साथ-साथ गले को भी अपने चपेट में ले लेती है। हम यहां इलाज कराने आए हैं, यहां से एक औऱ बीमारी लेकर वापस नहीं जाना चाहते, ऐसे में अस्पताल के अधिकारियों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
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