पन्ना (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक बस के खाई में गिर जाने और उसमें आग लग जाने की घटना में मारे गए लोगों की शिनाख्त के लिए जिला प्रशासन डीएनए परीक्षण कराएगा और उसके बाद ही सरकार द्वारा घोषित राहत का लाभ मृतकों के परिजनों को मिल पाएगा। हादसा सोमवार दोपहर को हुआ था।
पन्ना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर. डी. प्रजापति ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि बस में आग लगने के बाद 21 यात्री बुरी तरह जल गए थे और उनके शवों के कंकाल ही बरामद हो पाए। इस परिस्थिति में शवों की शिनाख्त मुश्किल हो गई है। अब सिर्फ डीएनए परीक्षण के माध्यम से ही शवों की शिनाख्त हो सकती है।
प्रजापति ने आगे बताया कि बस हादसे में मारे गए लोगों के नमूने लिए जा रहे हैं, इन नमूनों के आधार पर मृतक को अपना परिजन बताने का दावा करने वाले व्यक्ति के डीएनए से शवों के डीएनए का मिलान किया जाएगा। इस मिलान में नमूने समान (पॉजिटिव) पाए जाने पर ही सरकार की ओर से घोषित मदद उक्त परिजन को दी जाएगी।
हादसे की शिकार बस का चालक शमशुद्दीन बच गया है। हालांकि उसके सिर में गंभीर चोट आई हैं और उसका इलाज पन्ना के जिला चिकित्सालय में चल रहा है। चालक ने बताया है कि बस की स्टेयरिंग जाम हो गई थी जिसके चलते बस खाई में जा गिरी और उसमें आग लग गई।
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