5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे DMK के दिग्गज नेता एम करुणानिधि का निधन
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओर डीएमके पार्टी के अध्यक्ष एम. करुणानिधि का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे। दक्षिण भारत के बड़े नेताओं में से एक करुणानिधि काफी लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे।
चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओर डीएमके पार्टी के अध्यक्ष एम. करुणानिधि का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे। दक्षिण भारत के बड़े नेताओं में से एक करुणानिधि काफी लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। हालात बिगड़ने पर 28 जुलाई को उन्हें चेन्नई के कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करुणानिधि के निधन के साथ ही तमिलनाडु की राजनीति में एक अध्याय की समाप्ति मानी जा रही है।
अस्पताल के बाहर बड़ी तादाद में करुणानिधि समर्थक जमा
सोमवार को ही करुणानिधि की हालत गंभीर होने की खबर आई थी जिसके बाद उन्हें मेडिकल सपोर्ट पर रखा गया था। उधर अपने नेता की तबीयत गंभीर होने की खबर सुनकर कावेरी अस्पताल के बाहर बड़ी तादाद में उनके समर्थक जमा हो गए। उनके हाथों में करुणानिधि की तस्वीर और पार्टी का झंडा था साथ ही उनकी आंखों में आंसू भी थे। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस की तैनाती की गई है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से लेकर तामिलनाडु के मंत्री तक करुणानिधि का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे थे।
इससे पहले अस्पताल ने जो बयान जारी किया था उसके मुताबिक करुणानिधि की स्थिति में लगातार गिरावट हो थी और उम्र संबंधी बीमारी की वजह से उनके महत्वपूर्ण अंगों को काम करने के लायक बनाए रखना लगतार चुनौती बना हुआ था।"
5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि
करुणानिधि कुल 5 बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे। उन्हें तिरुचिरापल्ली जिले के कुलिथालाई विधानसभा से 1957 में तमिलनाडु विधानसभा के लिए पहली बार चुना गया। 1962 में वह राज्य विधानसभा में विपक्ष के उपनेता बने और 1967 में जब डीएमके सत्ता में आई तब वे सार्वजनिक कार्य मंत्री बने। 1969 में अन्नादुरई की मौत होने के बाद करुणानिधि को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बना दिया गया। आखिरी बार मई 2006 के चुनाव में अपने गठबंधन द्वारा अपनी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी जे. जयललिता को हारने के बाद उन्होंने यह पद संभाला था। तमिलनाडु विधानसभा में उन्हें 11 बार और अब समाप्त हो चुके तमिलानडु विधान परिषद में एक बार निर्वाचित किया गया है।
अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए करुणानिधि
करुणानिधि ने 3 बार शादी की। उनकी पत्नियों के नाम हैं पद्मावती, दयालु आम्माल और राजात्तीयम्माल। करुणानिधि के 4 बेटे और दो बेटियां हैं। उनके बेटों के नाम एम.के. मुत्तु, एम.के. अलागिरी, एम.के. स्टालिन और एम.के. तामिलरसु हैं जबकि सेल्वी और कानिमोझी उनकी बेटियां हैं। पद्मावती, जिनका देहावसान काफी पहले हो गया था, ने करुणानिधि के सबसे बड़े पुत्र एम.के. मुत्तु को जन्म दिया था। अलागिरी, स्टालिन, सेल्वी और तामिलरसु दयालु आम्माल की संताने हैं, जबकि कनिमोझी उनकी तीसरी पत्नी राजात्तीयम्माल की पुत्री हैं।
तमिल फिल्मों के लिए पटकथा लेखन किया
करुणानिधि का सियासी सफर तब तक अधूरा रहता है जब तक उसमें फिल्मों का जिक्र न हो। आज अगर उन्हें एक सियासतदां के तौर पर समर्थक प्यार करते हैं तो एक जमाना था जब उन्हें लोग सुपरहिट फिल्मस्टार की तरह चाहते थे। करुणानिधि तमिल फिल्मों के पटकथा लेखक रहे हैं। वो 75 से ज्यादा फिल्मों में पटकथा लिख चुके हैं। विरोधी का आरोप है कि करुणानिधि ने तामिल सिनेमा का इस्तेमाल सियासी विचार के लिए किया था। 1952 में पर्दे पर आई पराशक्ति लेखक के तौर पर करुणानिधि की बड़ी हिट फिल्म थी। रुढ़िवादी हिंदुओं के विरोध के बावजूद फिल्म को जबरदस्त कामयाबी मिली थी।