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जो मथुरा में देखने को मिला, उस पर तो यक़ीन करना भी मुश्किल है। मिठाई छोड़िए जिस दूध से मिठाई को बनाया जाना था उस दूध को एक कुत्ता पीता हुआ नज़र आया। मामला कस्बा बांट में बनी एक मिठाई की दुकान की है जहां हर कोई अपने काम में लगा था। तभी तख्त के नीचे से आया एक कुत्ता दूध पीता हुआ दिखा। ये वही दूध था जिससे मिठाईयों को बनाया जाना था। इतना ही नहीं फूड डिपार्टमेंट की टीम ने इस दुकान से नकली घी बरामद किया है जिसका इस्तेमाल करके मिठाइयां बन रही थीं।
नकली मिठाई कैसे पहचानें?
- मिठाई को एक टेस्ट ट्यूब के अंदर डालें
- मिठाई में गरम पानी मिला कर ट्यूब को हिलाएं
- मिठाई को पानी में पूरी तरह से घोल लें
- मिठाई के घोल में आयोडीन केमिकल डालें
- अगर रंग बदल गया तो मिठाई नकली है
- नकली मिठाई का रंग नीला हो जाएगा
मिठाइयों पर नज़र आने वाला वर्क भी किसी ज़हर की परत से कम नहीं है क्योंकि मिलावटखोर जिस वर्क का इस्तेमाल करते हैं उसमें लैड क्रोमियम और घटिया किस्म का एल्युमिनियम पाया जाता है।
मिठाई पर एल्युमिनियम चढ़ा तो क्या होगा?
- ये पेट में दर्द और ऐंठन पैदा कर सकता है
- अल्सर और फूड प्वाइज़निंग की आशंका बन जाती है
- असली चांदी वर्क शरीर में घुल जाता है
- जबकि एल्युमिनियम वर्क महीन गोली बनकर आंतों में जम जाता है
- एल्युमिनियम वर्क से कैंसर तक का हो सकता है
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