लखनऊ। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए एक ओर केंद्र सरकार ने राम मंदिर ट्रस्ट के गठन की घोषणा की है तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी मस्जिद बनाए जाने के लिए जमीन को मंजूरी दे दी है। मस्जिद के लिए जो जगह सुन्नी वक्फ बोर्ड को देने पर सहमति बनी है, वो जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर है, जबकि राम लला के मंदिर से 30 किलोमीटर है।
मस्जिद के लिए जहां जगह तय की गई है, वहां शाह अली शाह की मजार भी है। जमीन के बगल में उर्स भी होता है। जमीन लखनऊ फैज़ाबाद हाईवे से करीब आधा किलोमीटर अंदर है। जहां मस्जिद के लिए जमीन दी गई है वहां गांव की 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि मस्जिद के लिए 3 विकल्पों पर विचार किया गया था जिसमें से मंदिर वाली जगह से 18 किलोमीटर दूर रौनाही क्षेत्र के विकल्प को फाइनल किया गया है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने मस्जिद के लिए रौनाही में जमीन दिए जाने को मंजूरी दे दी है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार सुबह संसद में घोषणा की है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट के गठन को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि मंदिर के ट्रस्ट में 15 लोगों को शामिल किया जाएगा जिनमें एक व्यक्ति अनुसूचित जाति के समुदाय से भी होगा।
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