देवास: मध्य प्रदेश के देवास जिले में स्थित बैंक नोट प्रेस में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसफ) के जवानों की मुस्तैदी से नोटों की चोरी का मामला सामने आया है। नोटों की चोरी करनेवाला शख्स कोई और नहीं बल्कि वहीं काम करनेवाला एक अधिकारी है। अधिकारी के दफ्तर और घर से 90 लाख 49 रुपये बरामद किए गए हैं। आरोपी को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। उसके जूतों की तलाशी में दो सौ के नोट की गड्डी निकली।
बैंक नोट प्रेस थाने के प्रभारी उमराव सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह प्रेस में तैनात सीआईएसफ के जवानों को डिप्टी कंट्रोल अधिकारी मनोहर वर्मा की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। उसके जूतों की तलाशी में दो सौ के नोट की गड्डी निकली। जब वर्मा के दफ्तर और घर की तलाशी ली गई तो कुल 90 लाख 49 हजार रुपये की रकम बरामद की गई। वर्मा के दफ्तर और घर से बरामद रकम में 500 रुपये और 200 रुपये के नोट ही हैं, जिनकी छपाई इस बैंक नोट प्रेस में होती है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वर्मा के ऑफिस से 26 लाख 49 हजार रुपये मिले, तो घर से 64 लाख रुपये की बरामदगी हुई। वर्मा को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
आरोपी ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान स्वीकार किया कि उसकी पदस्थापना कंट्रोल सेक्शन में अप्रैल में हुई थी। लेकिन नोट की चोरी उसने पिछले तीन माह से ही शुरू की थी। उसे जब मौका मिलता, वह अपनी शर्ट व जूते में नोट छुपाकर ले जाता था। जूतों में वह खास तरह से नोट की गड्डी को फंसाता था, ताकि चलने में दिक्कत न हो और कोई उसकी चाल से शक भी न कर सके। उमराव सिंह ने बताया है कि आरोपी के पास से जो नोट बरामद हुए हैं, उनमें कुछ तकनीकी खामियां हैं, मगर उन्हें बाजार में आसानी से चलाया जा सकता है।
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