चंडीगढ़: रेप के मामले में जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के काले कारनामों की पोल एक बाद एक करके खुल रही है। इसी कड़ी में राम रहीम पर शवों और मानव अंगों की अवैध तस्करी का आरोप लग रहा है। राजधानी लखनऊ के एक निजी मेडिकल कॉलेज में राम रहीम के 14 अनुयायियों के शव अवैध तरीके से लाए जाने का मामला सामने आया है। बता दें कि बक्शी का तालाब स्थित जीसीआरजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज ने डेरा सच्चा सौदा के आश्रम से 14 शव मंगवाए थे। इन शवों के साथ न कोई डेथ सर्टिफिकेट था और न ही सरकार की अनुमति का पत्र। ये भी पढ़ें: जेल में बंद बाबा नकली, हनीप्रीत के साथ राम रहीम भागा विदेश? जांच में जुटी पुलिस
यह मामला सामने आने के बाद हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक को इन रपटों की जांच करने का आदेश दिया। विज ने कहा, "मीडिया में खबरें प्रकाशित हुई हैं कि डेरा से 14 शव लखनऊ के एक मेडिकल कॉलेज भेज दिए गए थे। यदि ऐसा हुआ है, तो इसकी औपचारिकता पूरी होनी चाहिए थी। शवों को भेजने के कारण का हरहाल में पता किया जाना चाहिए। मामले की जांच के लिए और मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए आदेश जारी किए गए हैं।"
उल्लेखनीय है कि विज भी डेरा पर मेहरबानी कर चुके हैं। उन्होंने खेल संबंधी गतिविधियों के लिए डेरा को पिछले वर्ष 50 लाख रुपये अनुदान दिया था। मंत्री ने कहा कि वह पिछले वर्ष डेरा द्वारा आयोजित एक खेल आयोजन में हिस्सा लेने गए थे, जहां उन्होंने अनुदान की घोषणा की थी। विज ने स्पष्ट किया, "यह अनुदान गुरमीत राम रहीम सिंह को नहीं दिया गया था। यह डेरा के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया गया था।"
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