दिल्ली हिंसा मामले में 20 किसान नेताओं को नोटिस, पुलिस ने तीन दिनों में मांगा जवाब
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। इन नेताओं से दिल्ली पुलिस ने तीन दिनों में जवाब मांगा है।
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। इन नेताओं से दिल्ली पुलिस ने तीन दिनों में जवाब मांगा है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़ने के लिए योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस.राजेवाल समेत कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। पुलिस ने इन नेताओँ को 3 दिनों में जवाब देने के लिए कहा है।
गृह मंत्री अमित शाह घायल जवानों से मिलेंगे
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज उत्तरी दिल्ली के उन दो अस्पतालों का दौरा करेंगे जहां 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों को भर्ती कराया गया है। अमित शाह हिंसा में घायल दिल्ली पुलिस के जवानों और अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
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एक फरवरी का प्रस्तावित संसद मार्च रद्द
उधर, कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में दरारें दिखने के बीच बुधवार को किसान संगठनों ने एक फरवरी का प्रस्तावित संसद मार्च रद्द कर दिया। उसी दिन संसद में बजट पेश किया जाना है। किसान संगठनों का यह फैसला राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड के दौरान भारी हिंसा के एक दिन बाद आया है। एक दिन पहले हुयी हिंसा में करीब 400 पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। किसान नेताओं ने हालांकि आरोप लगाया है कि मंगलवार की घटनाओं के पीछे एक साजिश थी और उन्होंने इस संबंध में जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ उनका आंदोलन चलता रहेगा और 30 जनवरी को देश भर में जनसभाएं और भूख हड़ताल की जाएंगी।
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कांग्रेस ने किसानों को हिंसा के लिए उकसाया
भाजपा ने आरोप लगाया कि गणतंत्र दिवस के दिन किसान संगठनों की ओर से आयोजित ट्रैक्टर परेड के दौरान कांग्रेस ने किसानों को हिंसा के लिए उकसाया। पार्टी ने यह आरोप भी लगाया कि चुनाव में पराजित लोग इकट्ठा होकर देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। किसान संगठनों की ओर से एक दिन पहले आयोजित ट्रैक्टर परेड के बेकाबू हो जाने और इस दौरान हिंसा की घटनाओं का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि भारत कभी भी लाल किले पर अपने तिरंगे के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने किसानों के आंदोलन को हमेशा उकसाने की कोशिश की।
इनपुट-भाषा